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Ballia News: पटनारी गांव में करंट की चपेट में आने से ई-रिक्शा चालक की मौत, परिवार में मचा कोहराम

पटनारी गांव में हुई यह दुर्घटना सिर्फ एक परिवार की नहीं, पूरे समाज की क्षति है। यह घटना एक बार फिर से यह सवाल खड़ा करती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली उपकरणों की सुरक्षा व्यवस्था कितनी प्रभावी है।
Post Published By: Tanya Chand
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Ballia News: पटनारी गांव में करंट की चपेट में आने से ई-रिक्शा चालक की मौत, परिवार में मचा कोहराम

Ballia: उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद में उस वक्त हड़कंप मचा जब उभांव थाना क्षेत्र के पटनारी गांव में बीते दिन एक हृदयविदारक हादसे में 50 वर्षीय ई-रिक्शा चालक सुशील कुमार की करंट लगने से मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब वह स्नान करने के लिए पानी की मोटर चालू कर रहे थे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुशील कुमार स्नान करने की तैयारी कर रहे थे। जैसे ही उन्होंने पानी की मोटर का स्विच ऑन किया, वह करंट की चपेट में आ गए। मोटर में करंट उतर जाने के कारण वह बुरी तरह झुलस गए और जमीन पर गिर पड़े। परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे और उन्हें किसी तरह मोटर से अलग कर नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

घटना की सूचना मिलते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। मृतक सुशील कुमार परिवार के इकलौते कमाने वाले सदस्य थे और ई-रिक्शा चलाकर अपने पत्नी, दो बेटों और दो बेटियों का भरण-पोषण कर रहे थे। उनकी मौत ने पूरे परिवार को गहरे संकट में डाल दिया है।

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
परिवारजन बेहद सदमे में हैं। सुशील कुमार के बड़े बेटे राजा कुमार ने हाल ही में आईटीआई की पढ़ाई पूरी की थी और कुछ दिन पहले ही गुजरात में एक निजी कंपनी में नई नौकरी जॉइन करने के लिए रवाना हुआ था। लेकिन पिता की अचानक मौत की खबर से वह भी टूट गया है। परिजनों का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनके साथ ऐसा हादसा हो जाएगा। सुशील अपने बच्चों को पढ़ा-लिखाकर एक बेहतर भविष्य देना चाहते थे, लेकिन एक अनहोनी ने सब कुछ छीन लिया।

गांव में पसरा मातम
इस दुखद घटना से पटनारी गांव में मातम छा गया है। ग्रामीणों की आंखें नम हैं। गांव के लोग लगातार पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर उन्हें सांत्वना दे रहे हैं। स्थानीय निवासी रामजीत सिंह ने बताया, “सुशील बहुत मेहनती और सरल स्वभाव का व्यक्ति था। उसकी मौत से पूरा गांव स्तब्ध है। वह हमेशा दूसरों की मदद करने को तैयार रहता था।”

प्रशासन से मदद की मांग
गांव के लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और मृतक के आश्रितों को सरकारी योजना के तहत मुआवजा प्रदान किया जाए, ताकि परिवार दो वक्त की रोटी के लिए दर-दर भटकने को मजबूर न हो। थाना उभांव की पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची और मामले की जांच की। पुलिस का कहना है कि शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

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