घटना के दिन मृतका की बहन ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसकी माता और बहन की निर्मम हत्या कर दी गई है। पुलिस टीम ने जांच की दिशा तेजी से बदलते हुए तकनीकी साक्ष्यों को खंगालना शुरू किया। पूछताछ में आरोपी ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि वह मृतका के घर पर पहले से आता-जाता था और घर में रखे आभूषण व नकदी पर उसकी निगाह थी।

Gorakhpur: शाहपुर थाना क्षेत्र में 25 नवंबर को हुई दोहरी हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझाते हुए शनिवार को बड़े खुलासे के साथ आरोपी रितेश रंजन उर्फ रजत को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी वारदात के बाद फरार था और लगातार स्थान बदलकर पुलिस की पकड़ से बचने का प्रयास कर रहा था। लेकिन पुलिस की सर्विलांस, तकनीकी विश्लेषण और सटीक कार्ययोजना के आगे वह ज्यादा देर छिप नहीं सका।
गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के कब्जे से चोरी के आभूषण, उनके गलन से बना सोने का टुकड़ा, चोरी की रकम से खरीदा गया मोबाइल फोन, नगद 50 हजार रुपये, घटना में प्रयुक्त हथौड़ा और घटनास्थल से भागने में इस्तेमाल की गई दोपहिया वाहन बरामद की गई। बरामद सामान और जुटाए गए साक्ष्यों के आधार पर मुकदमे में धाराओं की बढ़ोत्तरी करते हुए आरोपी के विरुद्ध अब बीएनएस की धारा 103(1), 305, 315 और 317(2) में विधिक कार्रवाई की जा रही है।
कुमाऊं को जल्द मिलेगी 44 करोड़ की सौगात, बन रहा अत्याधुनिक मानसिक अस्पताल, जानें कब तक होगा काम पूरा
कैसे खुलासा हुआ?
घटना के दिन मृतका की बहन ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसकी माता और बहन की निर्मम हत्या कर दी गई है। पुलिस टीम ने जांच की दिशा तेजी से बदलते हुए तकनीकी साक्ष्यों को खंगालना शुरू किया। पूछताछ में आरोपी ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि वह मृतका के घर पर पहले से आता-जाता था और घर में रखे आभूषण व नकदी पर उसकी निगाह थी। इसी लालच में उसने योजना बनाकर मृतका और उनकी माता की हत्या कर आभूषण व नकदी चोरी कर ली थी। चोरी के आभूषणों को बेचकर वह पैसा खर्च करने लगा और कुछ रकम से मोबाइल फोन भी खरीदा।
आरोपी का इतिहास भी संदिग्ध
गिरफ्तार रितेश रंजन उर्फ रजत पर पहले भी मारपीट और धमकी देने के दो मुकदमे शाहपुर थाने में दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार उसकी गतिविधियाँ पहले से ही संदिग्ध थीं, जिसके चलते वह स्थानीय स्तर पर भी चर्चाओं में रहता था।
मजबूत पुलिस टीम ने की कार्रवाई
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर के दिशा-निर्देश पर गठित विशेष टीमों एंटी थेप्ट सेल, एसओजी, स्वाट और सर्विलांस यूनिट ने संयुक्त रूप से यह बड़ी सफलता हासिल की। प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार राय के नेतृत्व में विभिन्न इकाइयों के 23 पुलिसकर्मियों की टीम ने आधुनिक तकनीक, सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर सूचना के आधार पर आरोपी को दबोच लिया।