

बैतालपुर चीनी मिल को दोबारा शुरू कराने की मांग को लेकर चल रहा धरना बुधवार को 175वें दिन भी जारी रहा। मामले की जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
चीनी मिल चलाओ संघर्ष समिति का धरना जारी ( सोर्स - रिपोर्टर )
देवरिया: बैतालपुर चीनी मिल को दोबारा शुरू कराने की मांग को लेकर चल रहा धरना बुधवार को 175वें दिन भी जारी रहा। जनपद मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट परिसर में "चीनी मिल चलाओ संघर्ष समिति" के बैनर तले धरने पर बैठे किसानों का कहना है कि जब तक सरकार अपनी घोषणा पर अमल नहीं करती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, संघर्ष समिति के आंदोलन को समर्थन देते हुए संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े क्रांतिकारी किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास दुबे ने धरना स्थल पर किसानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनावी सभाओं में बैतालपुर चीनी मिल को दोबारा शुरू कराने का वादा किया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि किसानों में इसको लेकर गहरा आक्रोश है।
इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश में बिजली के निजीकरण के खिलाफ भी आंदोलन को तेज करने का ऐलान किया। विकास दुबे ने कहा कि अब किसान भी बिजली कर्मचारियों के आंदोलन में कंधे से कंधा मिलाकर शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि चार जून को प्रदेशभर में संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े सभी संगठन जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन करेंगे और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपेंगे।
किसानों ने उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन की बिजली दरों में बढ़ोतरी और स्मार्ट मीटर योजना का भी विरोध किया। मोर्चा ने फैसला किया है कि गांव, कस्बा और शहरों में जनजागरण अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत सोशल मीडिया, पंपलेट और जनसभाओं के जरिये आम जनता को जागरूक किया जाएगा। मंडल स्तर पर महापंचायत और सम्मेलनों के आयोजन की भी योजना है।
विकास दुबे ने यूपी पावर कॉरपोरेशन की सेवा नियमावली में हालिया संशोधन को जनविरोधी करार देते हुए कहा कि हड़ताल और विरोध करने जैसे अधिकारों को छीनने की कोशिश की जा रही है। किसान संगठनों ने साफ किया कि सरकार के किसी भी दमनकारी कदम का पुरजोर विरोध किया जाएगा।
धरना स्थल पर समिति के अध्यक्ष बृजेंद्र मणि त्रिपाठी, नईम, ब्रह्मानंद चौहान, राजू चौहान, अशोक मालवीय, बरकत अली, रत्नेश मिश्रा, विजय शंकर कर्मयोगी समेत कई किसान नेता मौजूद रहे। सभी ने एक सुर में मिल चलने तक आंदोलन को जारी रखने का संकल्प लिया।
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