

देवरिया जिले की एक बुजुर्ग महिला पति की मृत्यु के बाद दर-दर की ठोकरें खा रही हैं। सौतन और उसके बेटों ने उन्हें उनके ही घर से बेदखल कर दिया। न्याय के लिए वह थाने, एसपी ऑफिस और डीएम कार्यालय तक जा चुकी हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
पीड़िता
Deoria: देवरिया जिले के भाटपार रानी तहसील क्षेत्र के ग्राम सोहनपुर की रहने वाली फातिमा बेगम, जो अब उम्र के अंतिम पड़ाव पर हैं, पिछले कई महीनों से न्याय के लिए अधिकारियों के दरवाजे खटखटा रही हैं। कभी थाने, तो कभी जिलाधिकारी और एसपी कार्यालय, लेकिन अब तक उन्हें एक कमरे तक का हक नहीं मिल पाया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, फातिमा बेगम ने बताया कि उनके पति स्वर्गीय इकबाल अहमद ने उनके जीवित रहते ही एक दूसरी महिला नरगिस बेगम से शादी कर ली थी। जब उन्होंने इस रिश्ते का विरोध किया, तो पति ने उनके साथ गाली-गलौज और मारपीट की। इतना ही नहीं अंततः उन्हें घर से भी निकाल दिया गया।
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देवरिया की एक बुजुर्ग महिला फातिमा बेगम पति की मृत्यु के बाद दर-दर की ठोकरें खा रही हैं। सौतन और उसके बेटों ने उन्हें उनके ही घर से बेदखल कर दिया। न्याय के लिए वह थाने, एसपी ऑफिस और डीएम कार्यालय तक जा चुकी हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।@Uppolice @DeoriaPolice #crime pic.twitter.com/PVljP35hvv
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) October 1, 2025
31 जनवरी 2023 को इकबाल अहमद का निधन हो गया। इसके बाद फातिमा बेगम ने फिर से अपने पैतृक घर में रहने की कोशिश की, लेकिन उनकी सौतन नरगिस और उसके बेटों ने उन्हें फिर से मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया।
जानकारी के अनुसार, फातिमा का एक बेटा है जो रोजी-रोटी की तलाश में बाहर रहता है, जबकि बहू अकसर मायके में रहती है। ऐसे में वृद्धा पूरी तरह से अकेली और असहाय हो गई हैं। वह बीमार हैं, चलने-फिरने में भी कठिनाई होती है और रहने के लिए एक कमरे की गुहार लगा रही हैं। उन्होंने रोते ह बताया, मैं अपने पति के बनाए मकान में सिर्फ एक कमरा चाहती हूं, ताकि शांति से अपनी जिंदगी के बचे दिन काट सकूं। लेकिन सौतन नरगिस मुझे घर में घुसने भी नहीं देती।
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फातिमा बेगम ने थाने में तहरीर दी, एसपी और डीएम से भी न्याय की मांग की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अब उन्होंने कहा है कि अगर जल्दी ही उन्हें न्याय नहीं मिला, तो वे मुख्यमंत्री दरबार में अपनी फरियाद लेकर जाएंगी।