

बदायूं के जिला अस्पताल परिसर स्थित क्षय रोग विभाग में दबंग कर्मचारी ने अपने ही दो सहकर्मियों के साथ मारपीट कर दी। मामले की पूरी जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट
बदायूं जिला अस्पताल में दबंगई
बदायूं: जिला अस्पताल परिसर स्थित क्षय रोग विभाग में उस समय हड़कंप मच गया जब एक दबंग कर्मचारी ने अपने ही दो सहकर्मियों के साथ मारपीट कर दी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, दोनों को कमरे में बंद कर हड़काया। इस घटना ने अस्पताल प्रशासन और जिले के स्वास्थ्य विभाग को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, आरोपी कर्मचारी ने पहले दोनों सहकर्मियों को एक कमरे में बंद किया और फिर उनके साथ गाली-गलौज व धमकियां दीं। बताया जा रहा है कि आरोपी ने खुद को पूर्व मंत्री का भाई बताकर रौब झाड़ा और अपने रसूख का डर दिखाते हुए मारपीट की। इस दौरान हुई हाथापाई में एक कर्मचारी के कपड़े भी फट गए।
पूर्व मंत्री आबिद रजा के भाई आसिफ रजा क्षय रोग विभाग में डीपीसी के पद तैनात हैं। वहीं सुदेश सक्सेना एसटीएस के पद पर तैनात हैं। उनके साथ ही सर्वेश भी विभाग में कर्मचारी हैं। कर्मचारी सुदेश सक्सेना का कहना है कि बृहस्पतिवार को कर्मचारी ऑफिस में काम कर रहे थे। तभी डीपीसी आसिफ रजा हाथ में डंडा लेकर ऑफिस में पहुंचे। गालियां देते हुए पकड़कर अपने कमरे में ले गए और बंद कर दिया। कर्मचारी सर्विस के साथ हाथापाई करते हुए उसको भी कमरे में ले आए। दोनों को मारा-पीटा और जान से मारने की धमकी दी आरोप है कि आसिफ रजा ने धमकी दी कि अगर पेट्रोल की पर्ची की बात दोबारा कही तो जान से मार दूंगा। मेरा भाई मंत्री विधायक रह चुका है। भाभी नगर पालिका की अध्यक्ष हैं। सुदेश ने बताया कि पूर्व मंत्री का भाई होने की वजह से अधिकारी कर्मचारी आसिफ रजा से कुछ नहीं कहते हैं।
सुदेश ने फोन पर अपनी पत्नी को घटना के बारे में बताया। जिस पर उन्होंने डीएम अवनीश राय को घटना की जानकारी दी। साथ ही विभाग के अधिकारियों को भी जानकारी दी। तीन घंटे तक कोई अधिकारी पीड़ित कर्मचारियों का हाल जानने को भी नहीं पहुंचा। डीएम ने सीएमओ को मामले की जांच कर दोषी कर्मचारी पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।सीएमओ डॉ. रामेश्वर मिश्रा ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद क्षय रोग अधिकारी डॉ. विनेश कुमार को मामले की जांच दी है। जांच आख्या मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। झगड़ा किस बात पर हुआ है अभी इसकी जानकारी नहीं है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना के समय विभाग में मौजूद अन्य कर्मचारियों और मरीजों में दहशत का माहौल बन गया। वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच कमेटी गठित करने के आदेश दिए हैं। सीएमओ ने कहा कि किसी भी प्रकार की गुंडागर्दी या दबंगई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपी कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जब तक लोग इकट्ठे हुए तब तक कर्मचारी मौके से भाग गया।
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