

मुरादाबाद में तहसील कर्मचारी ने मानसिक प्रताड़ना से परेशान होकर कल देर रात जहरीला पदार्थ खा लिया। मामले की पूरी जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट
तहसील कर्मचारी का इलाज होते हुए ( सोर्स-रिपोर्टर )
मुरादाबाद: सदर तहसील के संग्रह शाखा में कार्यरत कर्मचारी कुलदीप बन ने शुक्रवार देर शाम कार्यालय में ही जहरीला पदार्थ खा लिया, जिससे उनकी हालत गंभीर हो गई। उन्हें तत्काल तहसीलदार की सरकारी गाड़ी से जिला अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार, लाइनपार शंकर नगर निवासी कुलदीप बन (35) तहसील में एडब्ल्यूवीएन पद पर तैनात हैं। शुक्रवार रात लगभग 8:30 बजे कार्यालय में जहर खाने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। जानकारी मिलते ही तहसीलदार ने तत्काल उन्हें जिला अस्पताल भिजवाया।
घटना की सूचना मिलते ही कलेक्ट्रेट और तहसील के कई कर्मचारी नेता व कुलदीप के परिजन अस्पताल पहुंच गए। कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष संजीव कुमार सक्सेना ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कुलदीप बन को एसडीएम और अन्य अधिकारियों द्वारा लंबे समय से मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। उनका दो माह का वेतन रोका गया था और बहन की बीमारी के बावजूद उन्हें अवकाश नहीं दिया गया।
तहसील कर्मचारी कुलदीप बन ( सोर्स- रिपोर्टर )
कर्मचारी नेताओं ने आरोप लगाया कि कुलदीप से देर रात 10 बजे तक कार्य लिया जाता था और लगातार दबाव बनाया जा रहा था, जिससे वह अवसाद में चला गया। इसी मानसिक तनाव के चलते उसने शुक्रवार को जहर खा लिया। इलाज के दौरान कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारी कुलदीप को अस्पताल भेजने के बाद तुरंत वहां से चले गए और इलाज की व्यवस्था में किसी ने सहयोग नहीं किया।
फिलहाल जिला अस्पताल में कर्मचारी नेताओं का जमावड़ा बना हुआ है और कुलदीप बन की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं, कर्मचारी संघ ने घटना की निष्पक्ष जांच और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
ऐसी एक घटना पहले भी सामने आई थी, जहां एक सफाई कर्मचारी ने आत्मदाह करने का प्रयास किया था। उसने भी अपने विभाग के अधिकारियों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया था। उसका कहना था कि उसे अपने काम के कोई सामान नहीं दिये जाते हैं, जिससे उसे काम करने में बहुत दिक्कत होती है और लोग भी उसे इसके लिए मानसिक रुप से प्रताड़ित करते हैं।