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धवल चिल्ड्रन हॉस्पिटल पर फिर बवाल, एबीवीपी ने किया घेराव, CMO बोले-‘दोषी पाए जाने पर होगी कड़ी कार्रवाई’

जिले का चर्चित धवल चिल्ड्रन हॉस्पिटल एक बार फिर विवादों में घिर गया है। सोमवार दोपहर करीब 2 बजे अस्पताल परिसर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के एक पदाधिकारी और अस्पताल कर्मियों के बीच विवाद हो गया, जो देखते ही देखते हाथापाई में बदल गया। आरोप है कि अस्पताल के स्टाफ ने एबीवीपी पदाधिकारी के साथ मारपीट की।
Post Published By: Poonam Rajput
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धवल चिल्ड्रन हॉस्पिटल पर फिर बवाल, एबीवीपी ने किया घेराव, CMO बोले-‘दोषी पाए जाने पर होगी कड़ी कार्रवाई’

Maharajganj: जिले का चर्चित धवल चिल्ड्रन हॉस्पिटल एक बार फिर विवादों में घिर गया है। सोमवार दोपहर करीब 2 बजे अस्पताल परिसर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के एक पदाधिकारी और अस्पताल कर्मियों के बीच विवाद हो गया, जो देखते ही देखते हाथापाई में बदल गया। आरोप है कि अस्पताल के स्टाफ ने एबीवीपी पदाधिकारी के साथ मारपीट की।

बढ़ता गया विवाद, जुटे एबीवीपी कार्यकर्ता

मामले की खबर फैलते ही बड़ी संख्या में एबीवीपी कार्यकर्ता अस्पताल के बाहर जमा हो गए और उन्होंने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने अस्पताल प्रबंधन पर मनमानी और बदसलूकी का आरोप लगाते हुए कहा कि यह पहली बार नहीं है जब यहां इस तरह की घटना हुई हो।

कार्यकर्ताओं का कहना है कि अस्पताल में इलाज के नाम पर आम जनता के साथ दुव्यवहार और अत्यधिक शुल्क वसूली जैसी घटनाएं अक्सर होती रहती हैं। उनका आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन आम जनता से असंवेदनशील और दमनकारी तरीके से पेश आता है।

अस्पताल को सील करने और कार्रवाई की मांग

धरना दे रहे एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन से मांग की है कि धवल चिल्ड्रन हॉस्पिटल को तत्काल सील किया जाए और प्रबंधक डॉ. विशाल चौधरी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।

पहले भी रहा है विवादों में अस्पताल

गौरतलब है कि कुछ ही समय पहले इसी अस्पताल में एक बच्चे की मौत का मामला सामने आया था, जिसकी जांच अभी मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) स्तर पर लंबित है। उस मामले में भी अस्पताल की कार्यप्रणाली को लेकर कई सवाल खड़े हुए थे। लगातार विवादों में घिरने के कारण धवल चिल्ड्रन हॉस्पिटल की छवि पर बुरा असर पड़ा है और जिले भर में इसकी कार्यशैली को लेकर नाराजगी और अविश्वास का माहौल है।

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प्रशासन की चुप्पी पर भी उठे सवाल

जहां एक ओर एबीवीपी कार्यकर्ता अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं अब सवाल यह भी उठ रहे हैं कि प्रशासन इस तरह की बार-बार हो रही घटनाओं को लेकर कब सख्त कदम उठाएगा।

जनता का कहना है कि यदि समय रहते उचित कार्रवाई न की गई तो यह अस्पताल भविष्य में और गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। फिलहाल पुलिस और प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

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