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फरेंदा तहसील परिसर में आत्मदाह के प्रयास का मामला गरमाया, प्रधान प्रतिनिधि समेत कई पर मुकदमा दर्ज

फरेंदा न्याय नहीं मिलने को लेकर आत्मदाह मामले में कई पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जानिए डाइनामाइट न्यूज पर पूरी खबर
Post Published By: Nidhi Kushwaha
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फरेंदा तहसील परिसर में आत्मदाह के प्रयास का मामला गरमाया, प्रधान प्रतिनिधि समेत कई पर मुकदमा दर्ज

महराजगंज: तहसील फरेन्दा परिसर में उस समय हड़कंप मच गया जब सुरेन्द्र यादव पुत्र रामदरश, निवासी ग्राम सिधवारी, थाना फरेन्दा ने खुद पर डीजल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया। यह सनसनीखेज घटना लगभग 11:30 बजे उस समय घटी जब तहसील परिसर में सामान्य कार्यवाही चल रही थी। बताया जा रहा है कि सुरेन्द्र यादव ने यह कदम पुलिस और प्रशासन पर दबाव बनाने की मंशा से उठाया था।

घटना के दौरान मौजूद अर्दली शमशुल हक, सुरक्षा गार्ड एचजी रामआशीष, एचजी फेकू प्रसाद, एचजी रामकुमार मौर्य और अन्य तहसील कर्मियों ने तत्काल हस्तक्षेप कर सुरेन्द्र यादव को आत्मदाह से रोका और स्थिति को नियंत्रित किया। हालांकि इस दौरान तहसील परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और सरकारी कार्यों में कुछ समय के लिए बाधा उत्पन्न हुई।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार, शिकायतकर्ता शमशुल हक ने बताया कि सुरेन्द्र यादव पूर्व से ही तहसील पर निर्माण कार्य रुकवाने का दबाव बना रहा था और इसी मुद्दे पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि गंगा यादव व कुछ अज्ञात व्यक्तियों के साथ मिलकर प्रशासन पर अनुचित दबाव डालने के लिए आत्महत्या की धमकी दी गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि सुरेन्द्र यादव को आत्महत्या के लिए उकसाया गया था।

शमशुल हक ने अपनी शिकायत में यह भी स्पष्ट किया कि संबंधित भूमि विवाद पर किसी भी न्यायालय से कोई स्थगन आदेश (स्टे ऑर्डर) प्राप्त नहीं है। उन्होंने मांग की कि आत्महत्या का प्रयास कर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने और अन्य व्यक्तियों द्वारा उकसावे के आरोप में कानूनी कार्यवाही की जाए।

मामले की गम्भीरता को देखते हुए संबंधित प्राधिकारी द्वारा मामला दर्ज करने की अनुशंसा की गई है। बताया जा रहा है कि घटना की प्रमाणिकता की पुष्टि होमगार्ड वीरेन्द्र कुमार द्वारा की गई है, जिन्होंने दस्तावेज की नकल अक्षरश: तैयार की।

इस प्रकरण में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धाराएं 226, 263(ए), 61(2) व 108 के तहत कार्यवाही संभावित है। पुलिस द्वारा मामले की विवेचना प्रारंभ कर दी गई है और तहसील प्रशासन ने स्थिति पर तत्काल नियंत्रण पाकर एक बड़ी घटना टाल दी।

इस पूरे मामले में सिधवारी ग्राम प्रधान प्रतिनिधि गंगा यादव, सुरेंद्र यादव समेत कइयों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू हो गया है।

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