फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के असोथर थाना क्षेत्र के बजहा कुटी मजरे सातो धरमपुर गांव में सोमवार दोपहर गिरी हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से एक भैंस और एक पड़वा की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे से पशुपालक को करीब 80 हजार रुपये का नुकसान उठाना पड़ा। घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने विद्युत विभाग की लापरवाही पर सवाल उठाते हुए पीड़ित को मुआवजा दिलाने की मांग की।
क्या है पूरी घटना
गांव के निवासी निसरत अली पुत्र इकबाल अली की 12 वर्षीय पुत्री असरातुन दोपहर करीब तीन बजे भैंसों को चराने के लिए जंगल ले गई थी। तभी अचानक 11 हजार वोल्ट की लाइन टूटकर नीचे गिर गई। तार की चपेट में आने से एक भैंस (कीमत लगभग 60 हजार रुपये) और एक पड़वा (कीमत लगभग 20 हजार रुपये) की मौके पर ही मौत हो गई। घटना को अपनी आंखों से देख नन्ही असरातुन दहशत में आ गई और रोते हुए घर आकर परिजनों को जानकारी दी।
विद्युत विभाग की लापरवाही…
घटना की जानकारी होते ही ग्रामीण बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे। मृत पशुओं को देखकर निसरत अली बदहवास हो गए। ग्रामीणों का कहना है कि विद्युत विभाग की लापरवाही से यह हादसा हुआ है, क्योंकि तार लंबे समय से जर्जर हालत में थे। कई बार शिकायत के बावजूद उन्हें बदला या मरम्मत नहीं किया गया। गांव के समीउल्लाह और रशीद अहमद ने बताया कि तार गिरने से पहले भी कई बार हादसे हो चुके हैं। करीब दो वर्ष पूर्व इसी स्थान पर हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर दो बच्चे झुलस गए थे, जिनमें से एक की मौत हो गई थी। इसके बाद भी विभाग ने सबक नहीं लिया।
मदद नहीं दी गई तो वे आंदोलन को मजबूर
पीड़ित निसरत अली ने कहा कि उनकी भैंस और पड़वा ही परिवार की जीविका का सहारा थे। पशुओं की मौत से परिवार पर बड़ा आर्थिक संकट आ गया है। उन्होंने जिला प्रशासन और विद्युत विभाग से तत्काल उचित मुआवजे की मांग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही तारों की मरम्मत कराई और पीड़ित परिवार को मदद नहीं दी गई तो वे आंदोलन को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि विभाग की लापरवाही से लगातार खतरा बना हुआ है और भविष्य में किसी बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता।
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