Barabanki Crime: बाराबंकी में जमीन को लेकर बड़ी हेरा-फेरी, आपसी लड़ाई में फंसा परिवार

बाराबंकी के ग्राम बेल खरा में जमीन विवाद ने परिवार के सदस्यों को आमने-सामने ला दिया। राम कैलाश ने आरोप लगाया कि उनकी चाची ने एक ही दिन में दो बैनामा कराकर हेरा-फेरी की, जिसमें राजस्व विभाग और हल्का लेखपाल की मिलीभगत शामिल है। पीड़ित निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।

Post Published By: Poonam Rajput
Updated : 9 November 2025, 3:30 PM IST

Barabanki:  बाराबंकी जनपद के ब्लॉक पूरे डलई पूर्व तहसील रुदौली (मौजूदा तहसील रामसनेही घाट) के ग्राम बेल खरा निवासी राम कैलाश पुत्र स्वर्गीय जोखू लाल गुप्ता ने राजस्व विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। राम कैलाश ने बताया कि उनकी चाची धनपता ने 11 मार्च 1998 को अपने हिस्से की जमीन राम कुमार पुत्र जोखू लाल एवं सैयदुल निशा पत्ती इदरीश को बैनामा के माध्यम से बेची थी।

एक ही दिन में दो बैनामा और स्टाम्प धोखाधड़ी

राम कैलाश का दावा है कि उसी दिन उनकी चाची ने दो अलग-अलग बैनामा तैयार किए, लेकिन राजस्व विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से दोनों बैनामे एक ही स्टाम्प पर कर दिए गए। इसके अलावा बैनामे में चौहद्दी और रकबा सही तरीके से दर्ज नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि इस हेरा-फेरी में उनके और उनकी चाची के अधिकारों के साथ धोखाधड़ी की गई।

बाराबंकी कलेक्ट्रेट परिसर से बर्खास्त हुआ तो मुंशी बना फर्जी नोटरी, कमिश्नर के मुकदमे से हुआ बड़ा खुलासा

हल्का लेखपाल पर मिलीभगत का आरोप

राम कैलाश का आरोप है कि इस धोखाधड़ी के संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री और अन्य संबंधित मंचों पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई थी। बावजूद इसके, जब मामले की जांच हल्का लेखपाल को सौंपी गई, तो उन्होंने बिना सटीक जांच किए लीपा पोती करते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया। राम कैलाश का कहना है कि इससे उन्हें न्याय नहीं मिल रहा और सरकारी अधिकारियों की निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं।

पीड़ित की भविष्य की आशा और समर्थन

राम कैलाश ने अपनी अंतिम तहरीर अपने समर्थकों के माध्यम से प्रस्तुत की है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि उनकी शिकायत का निष्पक्ष और कानूनी निपटारा होगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में न्याय मिलने का निर्णय भविष्य के गर्भ में छिपा है, लेकिन वह और उनके समर्थक सतर्कता और संघर्ष जारी रखेंगे।

बाराबंकी में दो सगी बहनें पहुंची थाने, कहा- पांच लोगों ने हमारे साथ गंदा काम किया, 19 पर एफआईआर, जानें पूरा मामला

न्याय और प्रशासनिक जवाबदेही का सवाल

यह मामला न केवल जमीनी विवाद का प्रतीक है, बल्कि राजस्व विभाग और हल्का लेखपाल की जवाबदेही पर भी सवाल उठाता है। विशेषज्ञ और ग्रामीणों का मानना है कि यदि ऐसे मामलों में निष्पक्ष जांच नहीं की गई, तो आम नागरिकों का विश्वास प्रशासन और कानून पर कमजोर पड़ सकता है।

Location : 
  • Barabanki

Published : 
  • 9 November 2025, 3:30 PM IST