बलरामपुर: पायनियर स्कूल में गुरु गोविंद सिंह जयंती की धूम

बलरामपुर के पायनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कालेज में गुरू गोविंद सिंह की जयंती बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाई गई। कार्यक्रम में छात्रों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से गुरू के आदर्शों और जीवन परिचय को जीवंत किया।

Post Published By: Nitin Parashar
Updated : 28 December 2025, 1:39 AM IST

Balrampur: बलरामपुर में गुरु गोविंद सिंह की जयंती ने पायनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कालेज कालीथान में एक उत्सवमय माहौल बना दिया। सुबह से ही परिसर में हलचल थी। छात्र-छात्राएं उत्साह से तैयार नजर आए। स्कूल प्रशासन ने इस अवसर को भव्य और यादगार बनाने के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ

कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्रबंध निदेशक डॉ. एमपी तिवारी, उप प्रधानाचार्या शिखा पाण्डेय और राघवेन्द्र त्रिपाठी ने गुरू गोबिंद सिंह के चित्र पर माल्यापर्ण कर दीप प्रज्ज्वलित करके की। इस अवसर पर प्रबंध निदेशक ने छात्र-छात्राओं को गुरू गोविंद सिंह के जीवन परिचय और उनके आदर्शों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि सिखों के दशम गुरू ने 1699 में खालसा पंथ की स्थापना की और गुरू ग्रंथ साहिब को सिखों का गुरू घोषित किया।

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छात्रों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां

कार्यक्रम में छात्रों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। आराध्या पाण्डेय, श्रेयसी तिवारी, सुभिक्षा मिश्रा, श्रेया श्रीवास्तव, मरियम आबदीन और श्रृृष्टि श्रीवास्तव ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। जिन्होंने सभी दर्शकों का मन मोह लिया। प्रस्तुतियों में नृत्य, गीत और नाटक शामिल थे। जिन्होंने गुरू गोविंद सिंह के संदेश और उनके आदर्शों को जीवंत रूप में पेश किया।

विद्यालय प्रशासन का योगदान

उप प्रधानाचार्या शिखा पाण्डेय, राघवेन्द्र त्रिपाठी, उर्वशी शुक्ला, अशोक कुमार शुक्ला, एके तिवारी, टीएन शुक्ल, पूनम चैहान, राजमणि, लता श्रीवास्तव, किरन मिश्रा, नीलम श्रीवास्तव, नेहा श्रीवास्तव, कपिल निषाद, विश्वनाथ तिवारी, राजीव श्रीवास्तव और मनोज शुक्ला सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। इन सभी ने छात्रों को प्रोत्साहित भी किया।

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महत्व और प्रेरणा

इस अवसर ने छात्रों में एकजुटता, भक्ति और अनुशासन की भावना को बढ़ाया। गुरू गोविंद सिंह के आदर्शों और उनके साहसिक कार्यों को जानकर छात्रों में नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी की समझ भी विकसित हुई। विद्यालय ने इस जयंती को केवल उत्सव के रूप में ही नहीं, बल्कि शिक्षा और प्रेरणा के अवसर के रूप में मनाया।कार्यक्रम के अंत में सभी ने गुरू गोविंद सिंह की शिक्षाओं का स्मरण किया और एकजुटता और भक्ति का संकल्प लिया।

Location : 
  • Balrampur

Published : 
  • 28 December 2025, 1:39 AM IST