बलरामपुर डीएम का बड़ा आदेश: 8वीं तक के सभी स्कूल बंद, जानें कब तक रहेगी बच्चों की छुट्टी

उत्तर भारत में बढ़ती ठंड और शीतलहर का असर बलरामपुर में भी दिखने लगा है। बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए डीएम ने कक्षा 1 से 8 तक स्कूलों में अवकाश घोषित किया। यह आदेश सभी बोर्ड और सभी प्रकार के विद्यालयों पर लागू होगा।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 23 December 2025, 10:36 PM IST

Balrampur: उत्तर भारत में इन दिनों मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। उत्तर-पश्चिमी बर्फीली हवाओं के चलते तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। बलरामपुर जनपद भी इस भीषण ठंड और शीतलहर की चपेट में है। सुबह और रात के समय तापमान अत्यधिक नीचे चला जाने से आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। विशेष रूप से स्कूली बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। घना कोहरा और ठिठुरन के कारण सड़कों पर दृश्यता भी कम हो गई है।

जिलाधिकारी का अहम निर्णय

बढ़ती ठंड और बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी डॉ. विपिन जैन ने बड़ा निर्णय लिया है। छात्रहित में उन्होंने कक्षा 1 से 8 तक के सभी विद्यालयों में 26 दिसंबर तक अवकाश घोषित किया है। डीएम ने स्पष्ट किया कि मौजूदा मौसम बच्चों के स्वास्थ्य के लिए अनुकूल नहीं है, ऐसे में उन्हें स्कूल आने-जाने से बचाना आवश्यक है। प्रशासन का यह फैसला शीतलहर से राहत दिलाने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।

सभी विद्यालयों पर समान रूप से लागू आदेश

जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश के अनुसार यह अवकाश जनपद में संचालित सभी प्रकार के विद्यालयों पर समान रूप से लागू होगा। इसमें राजकीय, परिषदीय, अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों के साथ-साथ सीबीएसई, आईसीएसई और यूपी बोर्ड से मान्यता प्राप्त सभी निजी विद्यालय शामिल हैं। डीएम ने निर्देश दिया है कि किसी भी स्थिति में आदेश का उल्लंघन नहीं किया जाना चाहिए। नियमों की अनदेखी करने वाले विद्यालयों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।

कोहरे और गिरते तापमान से बढ़ी परेशानी

पिछले दो दिनों से न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। सुबह के समय घने कोहरे के कारण बच्चों को स्कूल पहुंचने में काफी दिक्कतें हो रही थीं। ठंड के कारण छोटे बच्चों के बीमार पड़ने का खतरा भी बढ़ गया था। कई इलाकों में दृश्यता कम होने से यातायात भी प्रभावित रहा, जिससे अभिभावक बच्चों को लेकर चिंतित नजर आए।

अभिभावकों की मांग और प्रशासन की प्राथमिकता

ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अभिभावकों ने प्रशासन से अवकाश की मांग की थी। उनका कहना था कि छोटे बच्चों को इतनी ठंड में स्कूल भेजना जोखिम भरा है। जिलाधिकारी डॉ. विपिन जैन ने अभिभावकों की इस चिंता को गंभीरता से लिया और बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए अवकाश की घोषणा की। उन्होंने कहा कि शीतलहर के दौरान बच्चों की सुरक्षा और सेहत से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

राहत की सांस लेते बच्चे और अभिभावक

डीएम के इस फैसले से जनपद के हजारों स्कूली बच्चों और उनके अभिभावकों ने राहत की सांस ली है। कड़ाके की ठंड में स्कूल न जाने से बच्चों को आराम मिलेगा और स्वास्थ्य संबंधी जोखिम भी कम होंगे। अभिभावकों ने प्रशासन के इस संवेदनशील निर्णय की सराहना की है। साथ ही मौसम की स्थिति पर नजर रखते हुए आगे भी आवश्यक कदम उठाने की उम्मीद जताई जा रही है।

Location : 
  • Balrampur

Published : 
  • 23 December 2025, 10:36 PM IST