

मैनपुरी में एबीवीपी ने प्रदर्शन किया। जिसमें साफ तौर पर दिख रहा है कि देश में आतंकवाद के खिलाफ गुस्सा बढ़ रहा है और लोग इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार हैं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
एबीवीपी कार्यकर्ताओं का आतंकवाद के खिलाफ ज़ोरदार प्रदर्शन
मैनपुरी: मैनपुरी में बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने आतंकवाद के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस प्रदर्शन में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री से आतंकवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की और उनका पुतला फूंककर अपना गुस्सा जाहिर किया। यह प्रदर्शन खास तौर पर जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर किया गया। जिसने पूरे देश में गहरी चिंता और रोष पैदा किया है।
प्रदर्शन का कारण
मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने घातक हमला किया। जिसमें कई निर्दोष नागरिकों की जान गई। इस हमले ने न केवल कश्मीर घाटी, बल्कि पूरे देश को गहरे शोक में डाल दिया। आतंकवाद के खिलाफ देशभर में आक्रोश फैल गया और विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन होने लगे।
मैनपुरी शहर के बीच चौराहे पर आज एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद की। कार्यकर्ताओं ने आतंकवादियों का पुतला फूंक कर अपनी नाराजगी जाहिर की और देश के प्रधानमंत्री से आतंकवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की। इस मौके पर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी भी की और आतंकवाद के खिलाफ अपने आक्रोश को व्यक्त किया।
कार्यकर्ताओं की मांग
प्रदर्शन में शामिल एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री से अपील की कि वे आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। कार्यकर्ताओं ने यह भी मांग की कि पहलगाम में हमले के दोषियों को फांसी दी जाए और ऐसे हमलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। उनका कहना था कि आतंकवादियों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाना चाहिए और उन्हें जल्द से जल्द मौत के घाट उतारना चाहिए।
प्रदर्शन में बोले एबीवीपी कार्यकर्ता
प्रदर्शन में भाग लेने वाले एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कहा, “हमारे देश के नागरिकों और जवानों की शहादत को देखते हुए हमें यह लड़ाई आतंकवादियों के खिलाफ मजबूती से लड़नी होगी। हम प्रधानमंत्री से यह अपील करते हैं कि आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।” उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद के खिलाफ देश की आवाज को और बुलंद करने की जरूरत है ताकि आतंकवादी किसी भी प्रकार की हिंसा करने से पहले सौ बार सोचें।