

इस खबर को पढ़कर आपको लगेगा कि आखिर एक व्यक्ति पैसों के लिए कैसे परिवार के 3 सदस्यों का मर्डर कर सकता है, लेकिन यह सच है। इसका खुलासा व्यक्ति की चौथी पत्नी ने किया है। पढ़ें आखिरकार इस सनसनीखेज वारदात का कैसे खुलासा हुआ।
आरोपी पुलिस की गिरफ्त में
Hapur: हापुड़ जिले के गंगानगर का विशाल सिंहल उस व्यक्ति का नाम है, जिसने परिवार के सबसे करीबी रिश्तों को न सिर्फ धोखा दिया बल्कि तीन लोगों की जान लेकर करोड़ों का बीमा क्लेम हासिल करने का सनसनीखेज खेल खेला। पुलिस ने विशाल को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन उसके कई साथी अभी भी फरार हैं।
विशाल सिंहल का परिवार कभी एक साधारण-सी परिवार था। उसके पिता मुकेश चंद सिंघल एक फोटोग्राफर थे। लेकिन विशाल का लालच उसे एक खतरनाक अपराधी बना गया। जांच में पता चला कि 2017 से विशाल ने अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर कुल 60 से अधिक बीमा पॉलिसियां लीं, जिनमें एक्सीडेंटल डेथ कवर भी शामिल था। कुल पॉलिसियों की वैल्यू लगभग 39 से 50 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
विशाल ने पहले अपनी मां प्रभा देवी को हापुड़ के पिलखुवा क्षेत्र में बाइक दुर्घटना का रूप देकर हत्या की। असल में उन्होंने मां के सिर पर भारी वस्तु से वार कर उनकी हत्या की। इस घटना को पुलिस ने दुर्घटना माना और करीब 80 लाख रुपये का बीमा क्लेम विशाल के खाते में आया।
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इसके बाद 2020 में उसकी पहली पत्नी एकता सिंघल की मौत को दिल का दौरा बताया गया, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने हत्या की पुष्टि की। एकता के नाम पर भी कई बीमा पॉलिसियां थीं, जिनसे लाखों रुपये हासिल हुए।
साल 2024 में पिता मुकेश चंद की गढ़मुक्तेश्वर में एक अज्ञात वाहन से हुई टक्कर का फर्जी मामला दर्ज कराया गया। अस्पताल में भर्ती करने के बाद विशाल ने अपने पिता की गला दबाकर हत्या कर दी। पिता के नाम पर ली गई 64 पॉलिसियों का क्लेम लगभग 39 करोड़ रुपये का था, जिनमें से दो क्लेम पहले ही मंजूर हो चुके थे।
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विशाल की चौथी पत्नी श्रेया ने जब पुरानी मौतों के दस्तावेज देखे, तो उसे यह खेल शकास्पद लगा। विशाल उससे भी बीमा पॉलिसी साइन कराने का दबाव बना रहा था। डर के मारे श्रेया ने संभल पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने हापुड़ पुलिस को अलर्ट किया और 29 सितंबर 2024 को विशाल को उसके साथी सतीश कुमार के साथ गिरफ्तार किया गया। सतीश कुमार ने बताया कि वह फर्जी दस्तावेज बनाने, अस्पताल में मदद करने और हत्याओं में विशाल का साथ दे रहा था। पुलिस को फर्जी आधार कार्ड और फर्जी अस्पताल दस्तावेज समेत कई सबूत मिले।
एसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने कहा कि मेरठ, हापुड़ और संभल की पुलिस संयुक्त रूप से छापेमारी कर रही है। फरार विशाल के साथी अस्पताल के कर्मचारी और शादी कराने वाली महिला की भी गिरफ्तारी जल्द की जाएगी।