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बाराबंकी से 457 सिपाही रेगुलर ट्रेनिंग के लिए रवाना, एसपी ने दिए दिशा-निर्देश और शुभकामनाएं

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से एक उत्साहजनक और प्रेरणादायक खबर सामने आई है। यहां रिजर्व पुलिस लाइन परेड ग्राउंड परिसर से कुल 457 रिक्रूट सिपाही रेगुलर ट्रेनिंग कोर्स (RTC) के लिए रवाना हुए। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने इन युवा सिपाहियों को कर्तव्य, अनुशासन और सेवा भावना का पाठ पढ़ाते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं।
Post Published By: Poonam Rajput
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बाराबंकी से 457 सिपाही रेगुलर ट्रेनिंग के लिए रवाना, एसपी ने दिए दिशा-निर्देश और शुभकामनाएं

Barabanki: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से एक उत्साहजनक और प्रेरणादायक खबर सामने आई है। यहां रिजर्व पुलिस लाइन परेड ग्राउंड परिसर से कुल 457 रिक्रूट सिपाही रेगुलर ट्रेनिंग कोर्स (RTC) के लिए रवाना हुए। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने इन युवा सिपाहियों को कर्तव्य, अनुशासन और सेवा भावना का पाठ पढ़ाते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबित,  रिक्रूट आरक्षियों की यह रवानगी उनके पुलिस जीवन के अगले महत्वपूर्ण चरण की ओर एक बड़ा कदम है। उन्होंने पहले संयुक्त प्रशिक्षण कोर्स (JTC) को सफलतापूर्वक पूरा किया है और अब वे नियमित प्रशिक्षण कोर्स के लिए विभिन्न प्रशिक्षण केंद्रों पर रवाना किए गए हैं।

रवानगी से पहले पुलिस अधीक्षक ने आरक्षियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण चरण उनके करियर की नींव को और मजबूत करेगा। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि प्रशिक्षण के प्रत्येक बिंदु को गंभीरता से लेना चाहिए, समयबद्धता, अनुशासन और मानसिक व शारीरिक फिटनेस पर ध्यान देना अति आवश्यक है।

उन्होंने आगे कहा कि एक पुलिसकर्मी न केवल कानून और व्यवस्था का रक्षक होता है, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों की आवाज भी होता है। इस दृष्टिकोण से प्रशिक्षण का यह चरण उन्हें जिम्मेदार और संवेदनशील पुलिसकर्मी बनने में मदद करेगा।

रिक्रूट सिपाहियों की संख्या और गंतव्य इस प्रकार हैं:

वहीं, 298 रिक्रूट आरक्षी बाराबंकी की रिजर्व पुलिस लाइन में रहकर ही रेगुलर ट्रेनिंग प्राप्त करेंगे। इस अवसर पर पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित परेड ग्राउंड में उत्साह का माहौल था। सिपाहियों में भी अपने प्रशिक्षण की अगली यात्रा को लेकर जोश और प्रतिबद्धता साफ देखने को मिली।

पुलिस अधीक्षक ने सभी प्रशिक्षु सिपाहियों को अपने कार्यक्षेत्र में निष्ठा और ईमानदारी के साथ कार्य करने की प्रेरणा दी। उन्होंने यह भी कहा कि एक सिपाही का व्यवहार ही पुलिस की असली पहचान बनाता है, इसलिए प्रशिक्षण में सीखी गई बातों को जीवन में भी अपनाना होगा।

बाराबंकी जिले से रवाना हुए इन नवआरक्षकों को समाज और कानून की सेवा में नई जिम्मेदारियां निभाने की दिशा में कदम बढ़ाते देखना गौरवपूर्ण क्षण है। पुलिस विभाग की यह पहल न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था को और मज़बूती देगी, बल्कि युवाओं को एक सशक्त और जिम्मेदार भूमिका निभाने के लिए भी प्रेरित करेगी।

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