बौद्धनगर के परिषदीय विद्यालयों में 190 शिक्षकों को मिला परस्पर तबादले का मौका, 251 शिक्षकों के जोड़े नहीं बने

बौद्धनगर के परिषदीय विद्यालयों में तैनात 190 शिक्षकों को परस्पर तबादले का अवसर मिला है, जबकि 251 शिक्षकों के जोड़े नहीं बन पाए। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Poonam Rajput
Updated : 29 May 2025, 3:54 PM IST
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कौशांबी: बौद्धनगर के परिषदीय विद्यालयों में तैनात 190 शिक्षकों को परस्पर तबादले का अवसर मिला है, जबकि 251 शिक्षकों के जोड़े नहीं बन पाए। बेसिक शिक्षा परिषद ने एक जिले से दूसरे जिले में परस्पर तबादले के लिए योग्य पाए गए शिक्षकों की सूची जारी कर दी है। साथ ही 29 मई से 5 जून तक इन शिक्षकों को नए स्थानों पर कार्यभार ग्रहण कराने और पुराने स्थान से कार्यमुक्त करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव सुरेंद्र तिवारी ने आदेश जारी कर सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) को निर्देश दिया है कि नियमानुसार तबादला पाने वाले शिक्षकों को निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्यमुक्त किया जाए और नए विद्यालय में कार्यभार ग्रहण कराएं। तबादला प्रक्रिया में शामिल शिक्षकों को बिना किसी बाधा के कार्यमुक्त व कार्यभार ग्रहण कराया जाएगा। हालांकि जिन शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई चल रही है, उन्हें कार्यमुक्त नहीं किया जाएगा।

इस बार की तबादला प्रक्रिया मानव संसाधन पोर्टल के माध्यम से पूरी की जा रही है, जिससे पारदर्शिता बनी रहे और शिक्षकों के परस्पर स्थानांतरण में किसी तरह की गड़बड़ी न हो। इस प्रक्रिया के तहत जनवरी से ही परस्पर तबादले के लिए कार्य शुरू हुआ था। 19 मई से 26 मई तक शिक्षकों से ओटीपी के जरिए जोड़े बनाए गए, जिससे जो शिक्षक अपने इच्छित साथी के साथ तबादले के लिए सहमत थे, उन्हें प्राथमिकता दी गई।

कुल 441 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने इस बार ऑनलाइन आवेदन किया था, जिसमें से 190 शिक्षकों के 95 जोड़े बनाए गए। लेकिन 251 शिक्षकों के लिए उपयुक्त जोड़ा नहीं बन पाया, जिससे उनका तबादला संभव नहीं हो सका। जिला स्तर पर भी परस्पर तबादले के लिए 29 मई से जोड़े बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, ताकि स्थानीय स्तर पर भी शिक्षकों को सहूलियत मिल सके।

परस्पर तबादले की यह पहल शिक्षकों के लिए राहत की खबर है, क्योंकि इससे वे अपने और परिवार के अनुसार बेहतर स्थान पर सेवाएं दे पाएंगे। बेसिक शिक्षा परिषद का प्रयास है कि इस प्रक्रिया को शीघ्र और प्रभावी तरीके से पूरा किया जाए ताकि शिक्षक और विद्यार्थी दोनों को इसका लाभ मिल सके।

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