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कानपुर देहात में एक शर्मनाक वीडियो वायरल; पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ किया मुकदमा दर्ज

मूसानगर थाना क्षेत्र अंतर्गत क्योटरा बांगर गांव से एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जिसने शिक्षा और नैतिकता दोनों को कटघरे में खड़ा कर दिया है, दरअसल बीते शनिवार/रविवार की रात यहां एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय के परिसर में रातभर बार बालाओं का अश्लील डांस हुआ जिसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया, वहीं पुलिस ने वायरल वीडियो की जांच करने के बाद 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
Post Published By: Rohit Goyal
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कानपुर देहात में एक शर्मनाक वीडियो वायरल; पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ किया मुकदमा दर्ज

Kanpur Dehat: जिले के मूसानगर थाना क्षेत्र अंतर्गत क्योटरा बांगर गांव से एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जिसने शिक्षा और नैतिकता दोनों को कटघरे में खड़ा कर दिया है, दरअसल बीते शनिवार/रविवार की रात यहां एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय के परिसर में रातभर बार बालाओं का अश्लील डांस हुआ जिसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया, वहीं पुलिस ने वायरल वीडियो की जांच करने के बाद 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।

देखिए पुलिस की जांच में क्या हुआ खुलासा

मूसानगर थाने पर तैनात दरोगा बंदूलाल ने वायरल वीडियो की जांच करने के बाद थाना पुलिस को दिए तहरीर में बताया कि 20 सितंबर की रात गजराज सिंह पुत्र तुलसीराम निवासी ग्राम क्योटरा बांगर थाना मूसानगर निवासी के नाती की छठी का कार्यक्रम था, इस अवसर पर गजराज सिंह के द्वारा गांव के ही प्राथमिक विद्यालय परिसर में बिना अनुमति के बार बालाओं का नृत्य कार्यक्रम कराया गया जिसके बाद रविवार की सुबह वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें देखा गया कि राहुल पुत्र रामप्रसाद, जगत सिंह पुत्र देवीप्रसाद, गजराज पुत्र तुलसीराम व नरेश पुत्र गजराज बार बालाओं के साथ अश्लील गानों पर नृत्य करते हुए दिखाई दे रहे हैं, वहीं थानाध्यक्ष कालीचरण ने प्राप्त तहरीर के आधार पर चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी।

वीडियो वायरल होने पर डीएम ने प्रधानाचार्य को किया सस्पेंड

सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो को जिलाधिकारी कपिल सिंह ने संज्ञान में लेकर तत्काल प्रभाव से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी एवं जिला पंचायत राज अधिकारी को जांच के निर्देश दिए गए, जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया है कि विद्यालय जैसे पवित्र शिक्षण स्थल पर इस प्रकार की गतिविधि स्वीकार्य नहीं है। यह घटना शिक्षा व्यवस्था की गरिमा और अनुशासन के विपरीत है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रारंभिक जांच में विद्यालय के प्रधानाध्यापक को प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया तथा उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। वहीं, जिला पूर्ति अधिकारी एवं जिला पंचायत राज अधिकारी की विस्तृत जांच आख्या अभी प्राप्त होना शेष है, जिलाधिकारी कपिल सिंह ने कहा है कि विद्यालयों की अनुशासनहीनता अथवा किसी भी प्रकार की अशोभनीय गतिविधि पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि जांच में दोषी पाए जाने पर संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध शासन की मंशानुरूप कार्यवाही की जाएगी।

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