इतिहास में 30 जून, आज ही दिन जन्मे थे पीड़िताें को आवाज देने वाले ‘बाबा’
आज ही दिन जन्मे बाबा नागार्जुन हिन्दी, मैथिली के अलावा बंगाली भाषाओं में भी रचना लिखते थे। बाबा ना सिर्फ कवि थे, बल्कि शोषित पीड़ित के मसीहा भी थे। स्वामी सहजानंद से प्रभावित होकर उन्होंने बिहार के किसान आंदोलन मे भी भाग लिया और जेल भी गए। वह सत्ता के घमंड में चूर रहने वालों को अपनी रचनाओं से बेचैन कर देने की ताकत रखते थे।