पर्वतीय वातावरण जैव विविधता के लिए महत्वपूर्ण, लेकिन मंडराते खतरों को नजरअंदाज किया जा रहा
पर्वत दुनिया की 85 प्रतिशत से अधिक उभयचर, पक्षी और स्तनपायी प्रजातियों का बसेरा हैं, जबकि तराई के क्षेत्र जानवरों और पौधों की प्रजातियों से समृद्ध हैं। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर