हाई कोर्ट ने कहा- महिलाओं को अकसर अपने ही शरीर पर स्वायत्तता नहीं मिलती, जानिये पूरा मामला
केरल उच्च न्यायालय ने सोमवार को पॉक्सो कानून से जुड़े एक मुकदमे से महिला अधिकार कार्यकर्ता को आरोपमुक्त करते हुए कहा कि आधी आबादी को प्राय: अपने शरीर पर स्वायतता का अधिकार नहीं मिलता है और अपने शरीर तथा जीवन के संबंध में फैसले लेने के कारण उन्हें परेशानी, भेदभाव एवं दंड का सामना करना पड़ता है एवं अलग-थलग किया जाता है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर