महराजगंज: क्या शहर कोतवाल के रहते हो पायेगा निष्पक्ष चुनाव, अराजकतत्वों ने डा. अम्बेडकर की तोड़ी मूर्ति, दलितों का हंगामा
ज़िले के सभी बड़े अफ़सरों को पता है लगातार दो साल से शहर कोतवाल की कुर्सी पर जोड़-तोड़ से क़ब्ज़ा जमाये रामदवन मौर्य पूरी तरह से जनता की नज़र से उतर चुके हैं। इन पर कई नेताओं ने खुलेआम आरोप लगा रखा है कि एक जनप्रतिनिधि के इशारे पर ये लोकसभा चुनाव में भाजपा को लाभ पहुँचाना चाहते हैं। इसी बीच बड़ी ख़बर ये है कि बीती रात दलितों के स्वाभिमान के प्रतीक डाक्टर अंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ दिया गया है, इसे लेकर जनता में भारी आक्रोश है। बड़ा सवाल ये है की क्या कोतवाल की इस संदिग्ध कार्यप्रणाली के चलते ज़िले में शांतिपूर्ण चुनाव सम्पन्न हो पायेंगे। डाइनामाइट न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..