

दुनिया की अग्रणी इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माता कंपनी Tesla अब भारत में अपनी आधिकारिक शुरुआत करने जा रही है।
टेस्ला (सोर्स-इंटरनेट)
नई दिल्ली: दुनिया की अग्रणी इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माता कंपनी Tesla अब भारत में अपनी आधिकारिक शुरुआत करने जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जुलाई 2025 में कंपनी मुंबई और नई दिल्ली में अपने पहले शोरूम लॉन्च करेगी। यह खबर भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए बड़ी और ऐतिहासिक मानी जा रही है, क्योंकि यह Tesla की भारत में पहली आधिकारिक मौजूदगी होगी।
Model Y से होगी शुरुआत
Tesla भारत में शुरुआत अपनी Model Y SUV के साथ करेगी, जिसे चीन की शंघाई फैक्ट्री से इंपोर्ट किया जाएगा। यह वही मॉडल है जो फिलहाल दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कारों में से एक है। भारतीय बाजार में इसकी शुरुआती कीमत लगभग ₹48 लाख रखी जा सकती है। कंपनी के अनुसार, Model Y की तकनीकी खूबियां, शानदार रेंज और एडवांस AI फीचर्स भारतीय ग्राहकों को काफी आकर्षित कर सकते हैं।
शोरूम और इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार
Tesla जुलाई के मध्य तक मुंबई में अपना पहला शोरूम खोलेगी, इसके कुछ ही दिनों बाद नई दिल्ली में भी दूसरा शोरूम ओपन किया जाएगा। कंपनी ने अमेरिका, नीदरलैंड और चीन से सुपरचार्जर कंपोनेंट्स, एक्सेसरीज, मर्चेंडाइज और स्पेयर पार्ट्स इंपोर्ट किए हैं ताकि डिलीवरी और सर्विस में कोई रुकावट न हो।
टेस्ला की भारत में एंट्री (सोर्स-इंटरनेट)
कंपनी कर्नाटक और गुरुग्राम में वेयरहाउस के लिए जगह भी किराए पर ले रही है ताकि लॉजिस्टिक सपोर्ट मजबूत किया जा सके। इसके अलावा Tesla ने भारत में सेल्स, सर्विस और डिलीवरी टीमों की नियुक्ति भी शुरू कर दी है।
EV पॉलिसी का मिलेगा फायदा
भारत सरकार द्वारा हाल ही में घोषित नई EV पॉलिसी के तहत विदेशी कंपनियों को केवल 15% इंपोर्ट ड्यूटी का भुगतान करना होगा, अगर वे देश में ₹4,327 करोड़ (500 मिलियन डॉलर) का निवेश करें और तीन साल के भीतर लोकल मैन्युफैक्चरिंग शुरू करें। Tesla इस नीति का लाभ उठाकर भारत में अपने निवेश को मजबूत करने की योजना बना रही है।
फिलहाल इंपोर्टेड कारों पर फोकस
हालांकि Tesla ने अब तक भारत में कोई स्थानीय फैक्ट्री लगाने का अंतिम फैसला नहीं किया है, लेकिन कंपनी गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की संभावनाओं पर विचार कर रही है। अभी के लिए, कंपनी भारत में इंपोर्टेड गाड़ियों की बिक्री पर फोकस करेगी।
टाटा और महिंद्रा से होगा मुकाबला
भारत में इलेक्ट्रिक कारों का मार्केट तेजी से बढ़ रहा है। 2023 में केवल 2% कारें इलेक्ट्रिक थीं, लेकिन सरकार का लक्ष्य है कि 2030 तक 30% कारें इलेक्ट्रिक हों। ऐसे में टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसी कंपनियों से Tesla को कड़ी टक्कर मिल सकती है। दोनों कंपनियां पहले से ही EV सेगमेंट में अपनी पकड़ बनाए हुए हैं।
Tesla की खासियत
Tesla की कारें अपनी फuturistic डिजाइन, ऑटोपायलट मोड, ओवर-द-एयर सॉफ्टवेयर अपडेट्स और हाई सेफ्टी रेटिंग्स के लिए मशहूर हैं। भारत में Tesla की एंट्री से न सिर्फ ग्राहकों को नई टेक्नोलॉजी मिलेगी, बल्कि यह देश की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को भी नया आयाम दे सकती है।