कतर्नियाघाट जंगल में गेहूं की फसल काट रही महिला की वन्यजीव के हमले में मौत

डीएन ब्यूरो

कतर्नियाघाट वन्यजीव अभ्यारण के मोतीपुर वन व थाना क्षेत्र में हिंसक वन्यजीव (बाघ या तेंदुए) के हमले से खेत में काम कर रही 50 वर्षीय महिला की मौत हो गयी। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

कतर्नियाघाट वन्यजीव अभ्यारण
कतर्नियाघाट वन्यजीव अभ्यारण


बहराइच: कतर्नियाघाट वन्यजीव अभ्यारण के मोतीपुर वन व थाना क्षेत्र में हिंसक वन्यजीव (बाघ या तेंदुए) के हमले से खेत में काम कर रही 50 वर्षीय महिला की मौत हो गयी। 

अधिकारिक पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि मोतीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम हसुलिया निवासी कैलाश ने मंगलवार को सूचना दी कि ‘‘आज शाम करीब साढ़े सात बजे मेरी पत्नी रत्ता देवी (50) अपने खेत में गेंहू काट रही थी। उसी दौरान बाघ या तेंदुआ जैसे दिखने वाले एक वन्यजीव ने उसपर हमला कर दिया। घटना में मेरी पत्नी की मृत्यु हो गयी है।'

पुलिस सूत्र ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और शव का पोस्टमार्टम कराकर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार वन क्षेत्राधिकारी महेंद्र मौर्य ने पत्रकारों से बताया कि हिंसक वन्यजीव के हमले से मौत होने का मामला दर्ज किया गया है। हमलावर वन्यजीव तेंदुआ या बाघा हो सकता है। उन्होंने बताया कि मृतका के परिवार को दुधवा टाइगर फाउंडेशन की ओर से दस हजार रुपए की तत्काल आर्थिक सहायता दी गयी है और विश्व प्रकृति निधि से भी 10 हजार रुपये की राशि दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि विभागीय औपचारिकताएं पूर्ण कर पांच लाख रुपए की अनुमन्य सहायता शासन की ओर से दिलाई जाएगी।

गौरतलब है कि 2023 में जनवरी से लेकर अब तक कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग में मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में एक बच्चे और एक महिला की मौत हुई है जबकि बच्चों व महिलाओं सहित 14 ग्रामीण घायल हुए हैं।

वन विभाग के एक अन्य सूत्र ने बताया कि कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग जंगल व आसपास के इलाकों में कैमरा ट्रैप काउंटिंग तथा अन्य तरीकों से लगाए अनुमान के मुताबिक बाघ व तेंदुए सहित इस प्रजाति के अति दुर्लभ वन्यजीवों की अनुमानित संख्या 100 के करीब है।










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