महराजगंज में मौसम का बदला रूख, गेहूं की फसल को प्रभावित करेगा तापमान, जानिए इससे बचने की सलाह

डीएन ब्यूरो

अचानक मौसम के रूख में हुए परिवर्तन से गर्मी का पारा चढ़ने लगा है। यह बढ़ता तापमान जहां दलहन और तिलहन के लिए फायदेंमद साबित होगा वहीं गेहूं की फसल को नुकसान होने का भी संकेत मिलना शुरू हो गया है। इससे बचने के लिए डाइनामाइट न्यूज़ पर जानिए कृषि वैज्ञानिकों की सलाह

गेहूं की फ़सल
गेहूं की फ़सल


महराजगंजः दो दिनों से मौसम के रूख में काफी परिवर्तन आया है। जहां हर दिन चढ़ते तापमान से लोगों को ठंड से राहत मिली है। वहीं जनवरी माह में बढ़े इस पारा से गेहूं की फसल को नुकसान हो सकता है। गेहूं की फसल को इस बढ़े तापमान से बचाने के लिए किसान गेहूं की दूसरी सिंचाई तत्काल शुरू कर दे।

दो दिनों में बदल गया मौसम का रूख
इधर कई दिनों से हो रही चटक धूप ने गर्मी का एहसास करा दिया है। बदलते मौसम के रूख बता रहा है कि अब हर दिन तापमान बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। मंगलवार को न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम 26 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। कृषि वैज्ञानिकों ने बताया है कि आगे के दिनों में भी तापमान बढ़ने का क्रम जारी रहेगा। इस बढ़ते तापमान से जहां गेहूं की फसल को प्रभावित होने का डर है। वहीं दलहन और तिलहन की फसल को बढ़ते तापमान से संजीवनी मिलने के आसार हैं।

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अब हर दिन पारा चढ़ने का अनुमान
वेदर अपडेट के अनुसार बुधवार को जहां न्यूनतम पारा 16 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम 25 डिग्री सेल्सियस रहेगा। वहीं गुरूवार को न्यूनतम 14 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम 27 डिग्री सेल्सियस तापमान रहने की उम्मीद है। जबकि शुक्रवार को न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम 27 डिग्री सेल्सियस, शनिवार को न्यूनतम 12 डिग्री, अधिकतम 25 डिग्री सेल्सियस, रविवार को न्यूनतम 15 डिग्री सेल्सियस, अधिकतम 26 डिग्री सेल्सियस, सोमवार को न्यूनतम 14 डिग्री सेल्सियस, अधिकतम 24 डिग्री सेल्सियस, मंगलवार को न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 28 डिग्री सेल्सियस तापमान रहने का अनुमान है।

गेहूं के लिए अधिकतम 25 डिग्री पारा जरूरी
गेहूं की फसल में अच्छे उत्पादन के लिए फरवरी माह काफी उपयुक्त माना गया है। इस माह में गेहूं की फसल मेंटेन रखने के लिए न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम 25 डिग्र्री सेल्सियस तापमान जरूरी है। इस मौसम में जहां गेहूं के पौधों का ग्रोथ तेजी से होता है। वहीं बालियां भी बड़ी-बड़ी निकलती हे। गेहूं के फसल के माकूल तापमान होने से गेहूं के दाने चमकदार व मोटे होते है।

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मजबूत पौधों के लिए खेत में नमी जरूरी
जिला कृषि अधिकारी वीरेन्द्र कुमार ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि इधर तेजी से बदले मौसम के रूख ने गेहूं के फसल को प्रभावित करने का संकेत दिया है। ऐसे में किसान गेहूं के खेत को नमी बनाए रखे। इसके लिए तत्काल दूसरी सिंचाई जरूरी है। फरेंदा, व नौतनवा तहसील में गेहूं की दूसरी सिंचाई भी शुरू हो गई है। सदर व निचलौल तहसील क्षेत्र के भी किसान गेहूं की दूसरी सिंचाई शुरू कर दें। जहां पौधे मजबूत बने रहेंगे। वहीं बालियां भी तेजी से निकलनी शुरू हो जाएंगी।

दलहन व तिलहन को फायदा
जहां बढ़े तापमान से गेहूं की फसल को खतरा है। वहीं दलहन व तिलहन की फसल के लिए बढ़े तापमान फायदेंमंद साबित होंगे। कृषि वैज्ञानिक डाक्टर आरपी रघुवंशी के अनुसार दलहन और तिलहन के लिए धूप व गर्मी दोनों जरूरी है। इससे पौधे मजबूत होंगे।वही सरसो के दाने भी चमकदार बनेंगे।










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