Uttarakhand: कांग्रेस विधायक मदन सिंह बिष्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज, इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक से गाली-गलौज का आरोप

डीएन ब्यूरो

उत्तराखंड में अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट से कांग्रेस विधायक मदन सिंह बिष्ट के विरूद्ध वहां एक स्थानीय इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक के आवास पर कथित रूप से हंगामा करने तथा उन्हें अपशब्द कहने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है । पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

कांग्रेस विधायक मदन सिंह बिष्ट
कांग्रेस विधायक मदन सिंह बिष्ट


देहरादून: उत्तराखंड में अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट से कांग्रेस विधायक मदन सिंह बिष्ट के विरूद्ध वहां एक स्थानीय इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक के आवास पर कथित रूप से हंगामा करने तथा उन्हें अपशब्द कहने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है । द्वाराहाट के पुलिस क्षेत्राधिकारी तिलकराज वर्मा ने सोमवार को बताया कि विधायक के खिलाफ भारतीय दंड विधान की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है ।

उन्होंने बताया कि द्वाराहाट इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक के के एस मेर ने रविवार को पुलिस में शिकायत की थी जिसके आधार पर विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया ।

उन्होंने बताया कि शिकायत में निदेशक ने विधायक पर शनिवार रात उनके घर में उनकी पत्नी तथा उनकी पुत्री की मौजूदगी में बातचीत के दौरान कथित रूप से अपशब्दों का इस्तेमाल करने तथा हंगामा करने का आरोप लगाया है । शिकायत में कहा गया है कि इस दौरान विधायक के साथ उनके कुछ साथी भी थे ।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार निदेशक ने घटना के मददेनजर दहशत में आने और अपने तथा अपने परिवार के लिए सुरक्षा की मांग भी पुलिस से की है ।

मेर ने अपनी तहरीर में यह भी कहा है कि विधायक ने जब उनसे पहली बार फोन पर निविदाओं के बारे में बातचीत की थी तो वह शराब के नशे में थे ।

इस संबंध में विधायक की ओर से भी पुलिस को एक शिकायत दी गयी है जिसमें कहा गया है कि इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक ने उनके द्वारा की गयी विभिन्न टेलीफोन कॉल का कोई जबाव नहीं देकर प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है ।

हांलांकि, वर्मा ने बताया कि मेर के खिलाफ कोई प्राथमिकी अभी दर्ज नहीं हुई है ।

विधायक ने रविवार को द्वाराहाट में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि अगर मेर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी तो वह कॉलेज के गेट के बाहर आमरण अनशन करेंगे ।

बिष्ट ने कहा कि वह जनप्रतिनिधियों से दुव्यर्वहार करने वाले इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक के खिलाफ विधानसभा में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव भी लाएंगे ।

उन्होंने कहा कि उन्हें इंजीनियरिंग कॉलेज में काम करने वाले ‘मेस’ कर्मचारियों, सुरक्षाकर्मियों तथा दैनिक वेतनभोगियों के बारे में कुछ जानकारी चाहिए थी लेकिन निदेशक ने उनकी बार-बार की गयी कॉल की अनदेखी की । 










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