Gang rape in UP: बदायूं में महिला संग निर्भया जैसी हैवानियत, दरिंदों ने गैंगरेप के बाद की हत्या, प्राइवेट पार्ट में डाली रॉड

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में 50 साल की आंगनबाड़ी सहायिका के साथ निर्भया गैंगरेप जैसी हैवानियत और दरिंदगी का मामला सामने आया है। महिला के प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली गयी। डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट

धर्मस्थल में की गयी दरिंदगी (सांकेतिक तस्वीर)
धर्मस्थल में की गयी दरिंदगी (सांकेतिक तस्वीर)


लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में 50 साल की आंगनबाड़ी सहायिका के साथ निर्भया गैंगरेप जैसी हैवानियत सामने आई है। दरिंदो ने गैंगरेप के बाद महिला हत्या कर दी। हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए दरिंदों ने महिला के प्राइवेट पार्ट में रॉड जैसी चीज भी डालने की कोशिश की, जिससे महिला के शरीर के अन्य हिस्सों में गम्भीर चोटें आई हैं। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दो आरोपी अभी भी फरार है, जिनकी गिरफ्तारी के लिये पुलिस की चार टीमें गठित की गयी है और पुलिस द्वारा दबिशें दी जी रही है।

एसएसपी ने किया थानाध्यक्ष को निलंबित

गैंगरेप की इस घटना में पुलिस पर भी बड़ी लापरवाही का आरोप लगाया जा रहा है। एसएसपी संकल्प शर्मा ने लापरवाही बरतने के आरोप में थानाध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया है। हैरान करने वाली बात यहा भी है गैंगरपे की यह वारदात एक धर्मस्थल में हुई, जहां 50 साल की आंगनबाड़ी सहायिका पूजा करने गई थी।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सनसनीखेज खुलासा

इंसानियत को शर्मसार कने वाली घटना बदायूं के उघैती इलाके में रविवार रात एक धर्मस्थल में हुई। महिला की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में अब सामने आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सनसनीखेज खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक महिला के साथ न सिर्फ सामूहिक दुष्कर्म किया बल्कि उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली गयी, जिससे उसका आंतरिक हिस्सा तक फट गया। आरोपियों ने  महिला का एक पैर और एक पसली भी तोड़ दी थी। महिला के शरीर का सारा खून बह जाने से उसकी मौत हुई।

शव को फैंक फरार हुए आरोपी 

बताया जाता है कि 3 जनवरी की शाम मंदिर पर मौजूद महंत सत्यनारायण, चेला वेदराम व ड्राइवर जसपाल ने महिला संग गैंगरेप की इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों ने 3 जनवरी की रात को ही गैंगरेप के बाद आंगनबाड़ी सहायिका की खून से लथपथ लाश को अपनी गाड़ी से उसके घर फेंका और फरार हो गए।

थाने के चक्कर कटवाती रही पुलिस

इस जघन्य मामले में पुलिस पर भी लापरवाही के बड़े आरोप लग रहे हैं। बताया जाता है कि महिला के परिजनों ने उघैती थाना पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी,लेकिन पुलिस परिजनों को गुमराह कर थाने के चक्कर कटवाती रही। पुलिस ने पहले तो आंगनबाड़ी सहायिका की गैंगरेप के बाद हत्या की घटना को झूठा बताकर कुएं में गिरने मौत होने की बात कही। आलाधिकारियों के संज्ञान में आने व मीडिया में मामला आने के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया और 48 घंटे बाद शव का पोस्टमॉर्टम कराया। 

लापरवाही बरतने के आरोप में थानाध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया है। इस घटना में एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है। अन्य आरोपियों की पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है।










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