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यूपी एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील शहीद, शामली एनकाउंटर में लगी थी गोली

उत्तर प्रदेश के शामली में हुए एनकाउंटर में यूपी एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार गोलियां लगने से बुरी तरह घायल हो गये थे। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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यूपी एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील शहीद, शामली एनकाउंटर में लगी थी गोली

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के शामली में एनकाउंटर में घायल हुए STF के इंस्पेक्टर सुनील कुमार की इलाज के दौरान मौत हो गई। सोमवार रात एसटीएफ मेरठ की चौसाना-गंगोह मार्ग पर कार सवार बदमाशों से मुठभेड़ हो गई थी। आमने-सामने की हुई फायरिंग में गोली लगने से मुस्तफा उर्फ कग्गा गैंग और मुकीम काला गैंग का शार्प शूटर एक लाख का इनामी समेत चार बदमाश मारे थे। इसी दौरान यूपी एसटीएफ को इंस्पेक्टर सुनील कुमार को गोलियों लगी थी। 

शामली में एनकाउंटर के दौरान सुनील कुमार के पेट में तीन गोलियां लगी थीं। घायल अवस्था में इंस्पेक्टर सुनील शहीद करनाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद उन्हे गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल ले जाया गया जहां छह घंटे की सर्जरी के बाद सुनील शहीद हो गये। 

ऑपरेशन में गाल ब्लेडर को हटाना पड़ा, बड़ी आंत का कुछ हिस्सा काट कर निकालना पड़ा, बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे। इंस्पेक्टर सुनील कुमार आईसीयू में भर्ती किया गया था।  एक गोली लिवर पार करके पीठ में अटक गई है, जिसे छोड़ दिया गया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर सुनील कुमार हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। यूपी STF ने एक साथ चार बदमाशों को मंगलवार को मार गिराया था, लेकिन इसी दौरान शामली में हुए एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार के पेट में 3 गोली लग गई थी। 

उत्तर प्रदेश एसटीएफ के प्रमुख अमिताभ यश ने कहा कि इंस्पेक्टर सुनील कुमार की शहादत पर उत्तर प्रदेश पुलिस को गर्व है। उन्होंने अपने कर्तव्य पथ पर सर्वोच्च बलिदान दिया है, जो पुलिस बल के मनोबल को हमेशा ऊँचा बनाए रखेगा।

जानिए पूरा मामला ?

बीते सोमवार रात को हरियाणा के 4 बदमाशों का उत्तरप्रदेश के शामली में यूपी एसटीएफ के साथ एनकाउंटर हुआ। इस मुठभेड़ में चारों बदमाशों की मौत हो गई थी। इस मुठभेड़ में एसटीएफ का इस्पेक्टर भी गंभीर रूप से घायल हुआ। घायल इंस्पेक्टर को करनाल में प्राथमिक उपचार देने के बाद गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल रेफर कर दिया गया था। 

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