यूपी एसटीएफ ने अग्निवीर सेना भर्ती के अभ्यर्थियों से लाखों की ठगी करने वाले गैंग का किया पर्दाफाश, सरगना गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने अग्निवीर के रूप में भारतीय सेना भर्ती कराने के नाम पर युवकों से ठगी करने वाले एक गैंग का भंडाफोड़ कर उसके सरगना को गिरफ्तार किया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Updated : 20 December 2022, 3:53 PM IST
google-preferred

लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने मंगलवार को अग्निवीर के रूप में भारतीय सेना की भर्ती रैली में असफल हुए अभ्यर्थियों से ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। एसटीएफ ने गैंग सरगना को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार अभियुक्त अभ्यर्थियों को भर्ती में पास कराने का झाँसा देता था और प्रत्येक अभ्यर्थी से तीन-तान लाख रूपये लेता था। एसटीएफ द्वारा गिरोह के अन्य सदस्यों की धरपकड़ की जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्त मूल रूप से नेपाल का रहने वाला है और एक होटल में खाना बनाने का काम करता है। 

गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान वेल नारायण मानेन्धर पुत्र विष्णु नारायण मानेन्धर निवासी क्याक्मी थाना बैदाम, जिला स्याजयस, नेपाल के रूप में की गई। अभियुक्त के पास से दो आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद किये गये। 

एसटीएफ ने ठगी के मास्टरमाइंड को शहीद पार्क थाना कैण्ट जनपद वाराणसी से मंगलवार सुबह गिरफ्तार किया। 

एसटीएफ को वाराणसी़ एवं इसके आस-पास के जनपदों से अग्निवीर सेना में भर्ती कराने के नाम पर कुछ जालसाजों द्वारा बेरोजगार युवकों को ठगने की सूचना मिल रही थी। एसटीएफ द्वारा मामले के खुलासे और जालसाजों की गिरफ्तारी के एक टीम का गठन किया गया था।

इस दौरान एसटीएफ को सूचना मिली कि आर्मी में भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले गैंग के एक सदस्य द्वारा असफल अभ्यर्थियों को शहीद पार्क थाना कैण्ट वाराणसी में मेडिकल कराने के नाम पर बुलाया गया है। उक्त सूचना पर एसटीएफ वाराणसी की टीम मौके पर पहुंची। एसटीएफ ने वहां मौजूद लड़कों की निशानदेही पर आवश्यक बल प्रयोग करते हुए उपरोक्त अभियुक्त वेल नारायण को गिरफ्तार किया। 

पूछताछ में पता चला कि अभियुक्त नेपाल का निवासी है तथा विगत 06 माह से नमस्ते रेस्टोरेण्ट कैण्ट, वाराणसी में खाना बनाता है। वेल नारायण की मुलाकात वहीं रहने वाले नेपाल निवासी दिवस विश्वकर्मा से हुई, जो 39 जीटीसी में डी कम्पनी में सिपाही के पद पर कार्यरत है। सिपाही ने अभियुक्त को कहा था अग्निवीर भर्ती रैली होने वाली है, यदि कोई अभ्यर्थी हो तो बताना। 

सिपाही के कहने पर अभियुक्त द्वारा मिर्जापुर के रहने वाले आयुष सिंह से सम्पर्क किया गया। आयुष द्वारा चन्दौली के रहने वाले अपने तीन अन्य साथी सचिन, विरेन्द्र और मनीष को भी दिवस विश्वकर्मा से मिलवाया। दिवस विश्वकर्मा द्वारा इन चारों अभियुक्तों से अपने एकाउण्ट में कुछ पैसे भिजवाये  तथा शेष कैश के रूप में लिया गया। मंगलवार को इन लोगों द्वारा चारों अभ्यर्थियों का मेडिकल कराने के लिए शहीद पार्क में बुलाया था। वहीं से अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया।  

गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना कैण्ट वाराणसी में विभिन्न धारओं में अभियोग पंजीकृत कराया गया है। स्थानीय पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।

Published : 
  • 20 December 2022, 3:53 PM IST

Related News

No related posts found.