जहरीली शराब के खिलाफ यूपी पुलिस की मुहिम जारी, एक्शन में आई लखनऊ पुलिस..

उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कुशीनगर और सहारनपुर में जहरीली शराब के खिलाफ अभियान चलाने के बाद अब पुलिस लखनऊ में एक्शन में आ गई है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि लोगों के मरने के बाद ही प्रशासन होश में क्यों आता है? पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 10 February 2019, 1:15 PM IST
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लखनऊ: कुशीनगर और सहारनपुर में अवैध शराब से कई लोगों की जानें जाने के बाद लखनऊ पुलिस फिर से एक्शन में आ गई है। आज मोहनलालगंज के कई इलाकों में अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाया गया, जिसमें कुछ लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कार्रवाई भी की गई। जहरीली शराब के ठिकानों पर छापामारी के बाद पुलिस ने अब तक 10 लोगों को गिरफ्तारकर लिया है। 

230 लीटर अवैध शराब बरामद 
दरअसल पुलिस को लंबे समय से मोहनलालगंज के इंद्रजीतखेड़ा में अवैध शराब बनाए जाने की शिकायतें लगातार मिल रही थी। सीएम से मिले आदेश के बाद पुलिस ने अवैध शराब के खिलाफ अभियान शुरु किया। पुलिस ने अभियान के दौरान 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पुलिस ने अब तक लगभग 230 लीटर अवैध शराब भी बरामद किया है।

सीएम योगी के आदेश के बाद से जारी है अभियान
बता दें कि यूपी के कुशीनगर और सहारनपुर में अवैध शराब की वजह से कई लोगों की मौत हो जाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी के डीजीपी और आबकारी विभाग के प्रमुख सचिव को तलब कर अवैध शराब के खिलाफ सख्ती करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद से यूपी के अलग-अलग क्षेत्रों में अवैध शराब के खिलाफ़ अभियान जारी है।
वहीं लखनऊ के पुलिस कप्तान कलानिधि नैथानी ने भी शुक्रवार को अपने मातहत पुलिस अफसरों के साथ बैठक कर लखनऊ में अवैध शराब के खिलाफ बड़ा अभियान चलाने को कहा था, उसी को लेकर शनिवार को मोहनलालगंज में यह कार्रवाई की गई।

जहरीली शराब के कारोबार में महिलाएं भी हैं शामिल
योगी सरकार व पुलिस कप्तान कलानिधि नैथानी के आदेश के बाद शनिवार को मोहनलालगंज में अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ़ कार्रवाई की गई। गिरफ्तार किए गए 10 लोगों में से 7 महिलाएं भी शामिल हैं। वहीं पुलिस ने मौके पर 15 क्विंटल से अधिक लहन को अपने सामने नष्ट कराया। 
बड़ा सवाल यह है कि कोई बड़ी घटना घटने के बाद ही पुलिस और आबकारी विभाग के कर्मचारी अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाते हैं। यदि समय रहते इस तरह के अभियान चलाए जाते तो शायद कुशीनगर और सहारनपुर में कई लोगों को अवैध शराब की वजह से अपनी जान से हाथ नहीं धोना पड़ता। 

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