भारतीय मूल के दो लेखक ब्रिटिश अकादमी बुक प्राइज की दौड़ में शामिल, जानिये इस बड़े सम्मान के बारे

डीएन ब्यूरो

भारतीय मूल के दो लेखक, ब्रिटेन में रह रहीं नंदिनी दास और अमेरिका निवासी क्रिस मंजपारा, 2023 के ‘ब्रिटिश अकादमी बुक प्राइज फोर ग्लोबल कल्चरल अंडरस्टैंडिंग’ की दौड़ में शामिल हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

प्रतीकात्मक चित्र
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लंदन: भारतीय मूल के दो लेखक, ब्रिटेन में रह रहीं नंदिनी दास और अमेरिका निवासी क्रिस मंजपारा, 2023 के ‘ब्रिटिश अकादमी बुक प्राइज फोर ग्लोबल कल्चरल अंडरस्टैंडिंग’ की दौड़ में शामिल हैं।

मंगलवार को यहां जारी की गई ‘संक्षिप्त सूची’ (शॉर्टलिस्ट) में छह विश्वव्यापी लेखकों में इन दोनों के नाम शामिल हैं।

ब्रिटिश अकादमी बुक प्राइज एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय गैर-गल्प पुरस्कार है जिसमें 25,000 ब्रिटिश पाउंड की रकम दी जाती है।

भारत में जन्मी नंदिनी दास ‘कोर्टिंग इंडिया: इंग्लैंड, मुगल इंडिया एंड द ओरिजिन्स ऑफ एम्पायर’ के लिए दौड़ में हैं तो वहीं कैरेबियाई मूल के मिश्रित अफ्रीकी और भारतीय माता-पिता की संतान मंजपारा को ‘ब्लैक घोस्ट ऑफ एम्पायर: द लॉन्ग डेथ ऑफ स्लेवरी एंड द फेलियर ऑफ इमेंसिपेशन' के लिए खिताबी दौड़ में रखा गया है।

यह पुरस्कार पिछले 11 वर्षों से दिया जा रहा है। दुनिया में कहीं भी रहने वाले और किसी भी भाषा में काम करने वाले किसी भी राष्ट्रीयता के लेखक इसे हासिल कर सकते हैं बशर्ते नामांकित रचना अंग्रेजी में उपलब्ध हो और ब्रिटेन में प्रकाशित हुई हो । यह पुरस्कार ऐसे गैर-काल्पनिक शोध-आधारित कार्यों का जश्न मनाता है जिन्होंने विश्व संस्कृतियों और उनके आपस में जुड़ने के तरीकों में उत्कृष्ट सार्वजनिक समझ बढ़ाने में योगदान दिया है।

दास ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में अंग्रेजी संकाय में प्रारंभिक आधुनिक साहित्य और संस्कृति की प्रोफेसर हैं। उनका पालन-पोषण भारत में हुआ और आगे की पढ़ाई के लिए इंग्लैंड जाने से पहले उन्होंने कोलकाता के यादवपुर विश्वविद्यालय में पढ़ाई की।

मांजपारा कनाडा में पले-बढ़े हैं और अब बोस्टन में नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी में इतिहास और वैश्विक अध्ययन के स्टर्न्स ट्रस्टी प्रोफेसर हैं।

दोनों ही लेखकों की उम्र 40 से 50 साल के बीच है।

2023 की शॉर्टलिस्ट में अन्य लेखकों में ब्रिटिश और फ्रांसीसी साम्राज्यवाद के इतिहास में फोटोग्राफी की भूमिका को खंगालने वाले 'द वायलेंस ऑफ कोलोनियल फोटोग्राफी' के लेखक फ्रांस स्थित डैनियल फोलियार्ड, 'पेपिरस: द इन्वेंशन ऑफ बुक्स इन द एंशिएंट वर्ल्ड' की लेखक स्पेन स्थित आइरीन वैलेजो, और 'रेड मेमोरी' के लिए यूके स्थित पत्रकार तानिया ब्रैनिगन भी शामिल हैं जो चीन से शायद ही कभी सुनी गई कहानियों का पता लगा रही हैं। अमेरिका स्थित मानवविज्ञानी दिमित्रिस ज़ायगालाटस को 'रिचुअल: हाउ सीमिंग्ली सेंसलेस एक्ट्स मेक लाइफ वर्थ लिविंग' के लिए इस सूची में स्थान मिला है।

विजेता की घोषणा 31 अक्टूबर को लंदन में एक समारोह में की जाएगी।










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