नेपाल के प्रधानमंत्री ने ‘बिम्सटेक’ देशों के बीच क्षेत्रीय सहयोग को लेकर इन बातों पर दिया जोर
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल ‘प्रचंड’ ने बिम्सटेक क्षेत्र के करीब 1.6 अरब लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए क्षेत्रीय सहयोग के महत्व पर जोर दिया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
काठमांडू: नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल ‘प्रचंड’ ने बिम्सटेक क्षेत्र के करीब 1.6 अरब लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए क्षेत्रीय सहयोग के महत्व पर जोर दिया है।
बहु-क्षेत्रीय व तकनीकी और आर्थिक सहयोग (बिम्सटेक) के गठन के 26 वर्ष पूरे होने के मौके पर प्रचंड ने यह बयान दिया। 1997 में छह जून को बैंकॉक में भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका एवं थाईलैंड ने 'बिम्सटेक' नामक आर्थिक सहयोग समूह का गठन किया गया था।
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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार प्रचंड ने कोविड-19 जैसी महामारी के प्रतिकूल प्रभावों, आर्थिक कठिनाइयों, आपूर्ति श्रृंखला में आने वाले व्यवधानों और जलवायु जोखिमों पर काबू पाने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया।
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, ‘‘ प्रधानमंत्री ने क्षेत्र के लोगों के बीच उपयोगी संबंध विकसित करने के लिए सभी सदस्य देशों के साथ काम करने की इच्छा भी व्यक्त की है।’’
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नेपाल के विदेश मंत्री नारायण प्रसाद सऊद ने एक अन्य बयान में ‘‘ विकास व आर्थिक वृद्धि के लिए प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधन , समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, विशाल बाजारों और पर्यटन की संभावना वाले बिम्सटेक के महत्व को रेखांकित किया।’’
विदेश मंत्रालय के अनुसार, विदेश मंत्री ने ‘‘क्षेत्रीय शांति व समृद्धि हासिल करने पर भी जोर दिया।’’