एक्सक्लूसिव इंटरव्यू धर्मवीर पाल टीम इंडिया फैन

डीएन संवाददाता

कहते हैं कि भारत में क्रिकेट का अलग ही महत्व है यहां क्रिकेट खेलप्रेमी के दिल मे बसा हुआ है लेकिन कुछ खेलप्रेमी ऐसे भी हैं जो दिव्यांग होने के बाद भी अपने अंदर जीने का जज़्बा और कुछ करने का जज़्बा लिए हुए अपनी टीम को सपोर्ट करने हर जगह दिखाई देते हैं जी हां हम बात कर रहे हैं टीम इंडिया के ऐसे फैन की जो एक पैर से दिव्यांग होने के बाद भी अपनी टीम इंडिया के हर मैच के आपको बाउंड्री के बाहर बॉल उठाते हुए दिखाई पड़ते हैं।

धर्मवीर पाल, क्रिकेट फैन
धर्मवीर पाल, क्रिकेट फैन


कानपुर: आज हम एक ऐसे क्रिकेट फैन की बात कर रहे हैं जो दिव्यांग है लेकिन उनके इस जोश को देखते हुए हर कोई उनके जज़्बे को सलाम करता है। 

मध्यप्रदेश के मुरेना जिले के पिपरसा गाँव के रहने वाले धर्मवीर पाल बचपन से ही क्रिकेट के शौकीन है। मध्यप्रदेश की तरफ से 24 साल के धर्मवीर हैंडीकैप क्रिकेट टीम के कैप्टन भी है। धर्मवीर ने 10वीं तक ही पढ़ाई की है। उनके पिता उदय सिंह बघेल किसान और गांव में रहते हैं।  मां राजन देवी व बहन पूनम ग्वालियर में रहती है। 

धर्मवीर पाल भारत के देश विदेश में जहां भी मैच होते है अपनी टीम का सपोर्ट करने जरूर पहुंचते है। 

डायनामाइट न्यूज़ की टीम से एक्सक्लूसिव बात करते हुए धर्मवीर पाल ने बताया क्रिकेट मेरा पसंदीदा खेल है बचपन से ही क्रिकेट का शौक है।

एक पैर से दिव्यांग होने के बाद भी उन्होंने कभी अपने शौक को दबाने की कोशिश नहीं की। धर्मवीर के पसंदीदा क्रिकेटर युवराज सिंह हैं। 2004 से ही धर्मवीर भारत के हर मैच में स्टेडियम में दिखाई पड़ते हैं। मैच के दौरान जैसे ही कैमरा बाउंडरी की तरफ घूमता है अक्सर उनको देखा जाता है। 

धर्मवीर पाल का कहना है कि क्रिकेट को आगे प्रोत्साहन मिलते रहना चाहिए जिससे क्रिकेट में ऊर्जा बनी रहे। उनका आने जाने का खर्च टीम इंडिया के मेंबर ही उठाते हैं।

आइपीएल में अपनी टीम गुजरात लायंस को सपोर्ट करने के लिए कानपुर पहुंचे धर्मवीर ने कहा कि हार जीत तो खेल का हिस्सा है इसलिए खेल को एन्जॉय करना चाहिए। शनिवार को होने वाले ग्रीनपार्क में आईपीएल के मैच के लिए धर्मवीर ने कहा कि गुजरात प्लेऑफ से बाहर हो गयी तो क्या हुआ लेकिन कल मुझे पूरी उम्मीद है कि गुजरात लायंस जीतेगी।










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