सुल्तानपुर: दलित हत्याकांड का जायजा लेने पहुंचे डीएम और एसपी

डीएन संवाददाता

सुल्तानपुर के रामनाथपुर गांव में दलित रामजीत के परिवार के चार लोगों को कुछ लोगों ने जमकर पीटा था। उनमें से एक की मौत हो गई जबकि कई जख्मी हो गये।

गांव का जायजा लेते डीएम और एसपी
गांव का जायजा लेते डीएम और एसपी


सुल्तानपुर: जयसिंहपुर के सेमरी बाजार पुलिस चौकी के रामनाथपुर गांव में दलित हत्या कांड के मौके पर डीएम और एसपी गांव पहुंचे और वहां की स्थिति का जायजा लिया। गांव में माहौल गर्म होते देख उन्होंने भारी मात्रा में पुलिस फोर्स लगवा दिया है।

उन्होंने बताया कि हमने चौपाल में बैठकर पुरुषों, महिलाओं और बच्चों से बात किया है। घटना के पीछे मारपीट और छेड़छाड़ की बात सामने आई है जिससे आक्रोश पैदा हुआ। पुलिस द्वारा बरती गई लापरवाही की बात सामने आई है, इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद कार्यवाई जरूर की जायेगी। वही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसपी ने 3 टीमों को भी लगाया है।

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घटना को घटित हुए करीब 24 घंटे बीतने के बाद भी मृतक के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका है। जबकि अभी बीते माह इसी कोतवाली क्षेत्र में करीब 36 घंटे बाद हुए पोस्टमार्टम आदि से आक्रोशित होकर लोगों ने हाइवे जाम कर प्रदर्शन किया था। जिसमे जमकर पथराव हुआ था खुद पुलिस के लोग घायल हुए थे। इस घटना से भी जिले के आला अधिकारियों ने सबक नही लिया है।

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जानिये क्या था पूरा मामला

शुक्रवार को जयसिंहपुर के सेमरी बाजार पुलिस चौकी के रामनाथपुर गांव में दलित रामजीत के परिवार के चार लोगों को कुछ लोगों ने जमकर पीटा था। दबंगों की पिटाई में एक गर्भवती महिला भी शामिल थी। घटना के बाद घायलों को अस्पताल ले जाते समय रामजीत की मौत हो गई थी। वहीं मंजीत की पत्नी अंतिमा और सुमित्रा बुरी तरह जख्मी हो। जिनका इलाज अस्पताल में जारी है।परिजनों और ग्रामीणों की मानें तो शुक्रवार को हुए इस तांडव की शुरुआत 9 जुलाई को तब शुरु हुई जब मृतक रामजीत का पुत्र मनजीत डीजल लेने के लिए मार्केट निकला था। जहां रास्ते में राकेश उपाध्याय आदि ने उससे मारपीट कर रुपए लूटे थे। घटना के बाद पीडित सेमरी चौकी पहुंचा तो उसे कोतवाली भेज दिया गया। अभी नए-नए कोतवाली इंचार्ज बने निर्भय सिंह ने पीडित को न्याय देने के बजाए फटकार लगाकर भगा दिया।










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