

जश्न में मस्त होकर बेतरतीब तरीके से सडकों पर आतिशबाजी की जा रही है जिससे कभी भी होने वाले बडे हादसे से कत्तई इंकार नहीं किया जा सकता है। पढें डाइनामाइट न्यूज की पडताल पर आधारित विस्तृत रिपोर्ट
महराजगंजः सडकों पर पेट्रोल-डीजल के वाहनों की आवाजाही के बीत शाम और रात के वक्त तेज धमाकों वाले पटाखे फोड़कर खुशियों का इजहार करना बड़ी घटना का कारण बन सकता है। शादी-ब्याह समेत तमाम मौके पर जश्न में डूबे लोग सड़कों पर पटाखे फोड़ते रहते हैं और पेट्रोल-डीजल वाहन वहां से आसानी से गुजरते रहते हैं, जो किसी बड़े जोखिम से कम नहीं है।
शादियों में सडकों पर आतिशबाजी
शादी-ब्याह के मौकों में सड़कों पर काफिले के साथ गुजरते बाराती डीजे की धुन पर जश्न में थिरकते रहते हैं। पटाखों की जिम्मेदारी लिए सट्टा वाले युवक सड़क के बीचोंबीच तेज ध्वनि वाले रॉकेट, अनार, पटाखों की लडियां आदि चलाते रहते हैं।
गुजरते हैं पेट्रोल-डीजल वाहन
आतिशबाजी के बीच सड़कों पर दो पहिया से लेकर चार पहिया पेटोल-डीजल के वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। इससे एक चिंगारी भी यहां कभी भी भयावह मंजर दिखा सकती है।
दुकानों पर भी खतरा
कपडे से लेकर तमाम दुकानें सड़कों पर हैं। ऐसे में आतिशबाजी की एक चिंगारी भी दुकानों को पलक झपकते राख में तब्दील कर सकती है। बावजूद इसके तेज कानफाडू पटाखों को जान जोखिम में डालकर चलाने का क्रम लगातार बदस्तूर जारी है।
मरीजों को भी परेशानियां
सडकों के आसपास स्थित घरों में मरीजों के लिए यह तेज ध्वनि की आतिशबाजी किसी मौत से कम नहीं है। खासतौर पर हार्ट के मरीजों को चिकित्सक भी तेज ध्वनि से दूर रहने की सलाह देते हैं।
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