रिकार्ड ऊंचाई से फिसला शेयर बाजार, मुनाफावसूली से सेंसेक्स 284 अंक टूटा
दो दिन की तेजी के बाद स्थानीय शेयर बाजार बृहस्पतिवार को रिकॉर्ड ऊंचाई से फिसल गया। अमेरिका तथा यूरोपीय बाजारों में गिरावट के बीच वित्तीय, आईटी तथा पेट्रोलियम कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली से बीएसई सेंसेक्स 284 अंक से अधिक नुकसान में रहा।
मुंबई: दो दिन की तेजी के बाद स्थानीय शेयर बाजार बृहस्पतिवार को रिकॉर्ड ऊंचाई से फिसल गया। अमेरिका तथा यूरोपीय बाजारों में गिरावट के बीच वित्तीय, आईटी तथा पेट्रोलियम कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली से बीएसई सेंसेक्स 284 अंक से अधिक नुकसान में रहा।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 284.26 अंक यानी 0.45 प्रतिशत की गिरावट के साथ 63,238.89 अंक पर बंद हुआ। बाजार में उतार-चढ़ाव रहा। कारोबार के दौरान एक समय यह 63,601.71 अंक तक चला गया था। लेकिन बाद में यह 322.52 अंक तक नीचे आ गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 85.60 अंक यानी 0.45 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,771.25 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में बजाज फाइनेंस, टाटा मोटर्स, एशियन पेंट्स, पावरग्रिड, एनटीपीसी, इन्फोसिस, नेस्ले, रिलायंस इंडस्ट्रीज और अल्ट्राटेक सीमेंट प्रमुख रूप से नुकसान में रहे।
दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में लार्सन एंड टुब्रो, टाटा स्टील, एचडीएफसी, भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा शामिल हैं।
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जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘वैश्विक नजरिये से फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल के कांग्रेस (अमेरिकी संसद) के समक्ष कल के बयान से बाजार में धारणा कमजोर हुई है। उन्होंने कहा है कि मुद्रास्फीति को दो प्रतिशत पर वापस लाने में लंबा समय लगेगा। इससे संकेत मिलता है कि नीतिगत दर में दो बार और वृद्धि हो सकती है।’’
बीएसई मिडकैप (मझोली कंपनियों से जुड़े सूचकांक) 1.07 प्रतिशत और स्मॉलकैप (छोटी कंपनियों से जुड़े सूचकांक) 0.64 प्रतिशत नीचे आया।
कोटक सिक्योरिटीज लि. के खुदरा शोध प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के अलावा अमेरिकी फेडरल रिजर्व के बयान से बाजार धारणा कमजोर हुई है। मुद्रास्फीति के संतोषजनक स्तर पर आने में लंबा समय लगने की बात से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक नीतिगत दर में और वृद्धि कर सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन आज की मुख्य बात यह रही कि सेंसेक्स मुनाफावसूली के कारण नीचे आने से पहले एक बार फिर नई ऊंचाई तक चला गया था।’’
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में जबकि जापान का निक्की नुकसान में रहा।
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यूरोप के प्रमुख बाजारों में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार में भी बुधवार को गिरावट रही।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.39 प्रतिशत की गिरावट के साथ 76.05 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 4,013.10 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।