‘लॉयन आफ बॉम्बे’ सर फिरोजशाह मेहता की प्रतिमा को 100 साल पूरे
बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने सोमवार को कहा कि ‘लॉयन आफ बॉम्बे’ सर फिरोजशाह मेहता की कांस्य प्रतिमा को 100 साल पूरे हो गए हैं।
मुंबई: बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने सोमवार को कहा कि ‘लॉयन आफ बॉम्बे’ सर फिरोजशाह मेहता की कांस्य प्रतिमा को 100 साल पूरे हो गए हैं।
नगर निकाय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि बांबे महानगर पालिका अधिनियम का मसौदा तैयार करने वाले मेहता की प्रतिमा को पांच नवंबर, 1915 को उनकी मृत्यु के बाद तीन अप्रैल, 1923 को नगर निकाय मुख्यालय के सामने स्थापित किया गया था।
इसमें कहा गया है कि प्रतिमा स्थापित करने के लिए समुदाय से 80,000 रुपये की राशि एकत्र की गई थी।
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चार अगस्त, 1845 को जन्मे मेहता ने शहर के इतिहास में ‘‘लॉयन आफ बॉम्बे’ ’ के रूप में जगह बनाई थी।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्हें चार वर्षों के लिए महानगर का महापौर बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ और उन्होंने 1884-85 और 1885-86 में लगातार दो वर्षों तक महानगरपालिका के चेयरमैन के रूप में और 1905-06 में अध्यक्ष के रूप में और फिर 1911-1912 में दो वर्षों के लिए सेवा की।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि मेहता का सबसे बड़ा योगदान बांबे महानगर पालिका अधिनियम का मसौदा तैयार करना था। अंग्रेजों को यह स्वीकार करना पड़ा कि एक नागरिक प्रशासन होना चाहिए जो करदाताओं का प्रतिनिधि हो और शहर को लोगों के प्रतिनिधित्व के साथ एक नागरिक प्रशासन मिले।
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मेहता के विचारों को 1872 के महानगर पालिका अधिनियम में शामिल किया गया और इसने नागरिक स्वतंत्रता की नींव रखी।