बड़ा खुलासा: जासूसी जहाजों से समुद्री ढांचे पर मंडरा रहा बड़ा खतरा, बढ़ रहा ये नया संकट, पढ़ें पूरी शोध रिपोर्ट

डीएन ब्यूरो

स्वीडन, डेनमार्क, फिनलैंड और नार्वे में सार्वजनिक प्रसारणकर्ताओं के एक समूह ने एक नया वृत्तचित्र तैयार किया है, जिसमें उत्तर सागर एवं बाल्टिक क्षेत्र में समुद्री ऊर्जा व डेटा बुनियादी ढांचे को एक जबरदस्त खतरा होने की बात सामने आई है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

जासूसी जहाजों से नया संकट
जासूसी जहाजों से नया संकट


कोपनहेगन (द कन्वरसेशन): स्वीडन, डेनमार्क, फिनलैंड और नार्वे में सार्वजनिक प्रसारणकर्ताओं के एक समूह ने एक नया वृत्तचित्र तैयार किया है, जिसमें उत्तर सागर एवं बाल्टिक क्षेत्र में समुद्री ऊर्जा व डेटा बुनियादी ढांचे को एक जबरदस्त खतरा होने की बात सामने आई है।

इस छद्म युद्ध में रूसी अनुसंधान पोत एडमिरल व्लादीमिर्स्की की एक फुटेज शामिल है, जिसमें पवन चक्कियों, गैस पाइपलाइन, ऊर्जा और इंटरनेट केबल से कथित तौर पर डेटा एकत्र किया जा रहा है।

समूह ने कहा है कि रूस उत्तर सागर में समुद्री बुनियादी ढांचे के खतरे की व्यवस्थित रूप से ‘मैपिंग’ कर रहा है। यह रूस को कमजोर बिंदुओं के बारे में जानकारी जुटाने में मदद करेगा, जैसे कि वे स्थान जहां जल के नीचे ऊर्जा और डेटा केबल एक दूसरे को पार करते हैं, जो हमले का आसान निशाना बन सकते हैं।

इस हफ्ते ब्रिटिश प्रेस में आई खबरों में समुद्री सुरक्षा विशेषज्ञों ने ऐसी कोई बात नहीं कही है जो पहले से जानकारी में नहीं है। हम लंबे समय से जानते हैं कि रूसी सैन्य बल पवन चक्कियों, संचार केबल और पाइपलाइन सहित समुद्री बुनियादी ढांचे पर नजर रखे हुए हैं।

वहीं, 1990 और 2000 के दशकों में, जब उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) कुछ सुरक्षा मुद्दों पर सहयोग कर रहा था, तब नार्डिक जल क्षेत्र में रूसी जासूसी गतिविधियां कभी नहीं रोकी गईं। 2013 में मुझे एक रॉयल नेवी के पोत से उत्तर सागर ले जाया गया, जहां उसके मिशन का एक कार्य रूसी जासूसी जहाजों का पता लगाना था।

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हालांकि, 2014 में रूस द्वारा क्रीमिया पर कब्जा किये जाने के बाद से ये गतिविधियां तेज हो गईं। आयरिश,पुर्तगाली और भूमध्यसागरीय जल क्षेत्र सहित पूरे यूरोपीय जल क्षेत्र में रूसी पोत जासूसी गतिविधियों में लिप्त देखे गये हैं।

नॉर्ड स्ट्रीम को नुकसान पहुंचाया जाना:

सितंबर 2022 में नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइन को नुकसान पहुंचाया गया, इस घटना के तहत बाल्टिक सागर में मुख्य ऊर्जा पाइपलाइन को नष्ट कर दिया गया था, जिसने पश्चिमी देशों में चिंता पैदा की।

इस घटना के दोषियों की पहचान अब तक नहीं हो पाई है। लेकिन हालिया रिपोर्ट में यह प्रदर्शित हुआ है कि ये चिंताएं वाजिब हैं।

नाटो और यूरोपीय संघ (ईयू) ने समुद्री बुनियादी ढांचे की मजबूती को बेहतर करने की महत्वाकांक्षी योजनाएं शुरू की है। नाटो और ईयू ने बेहतर सुरक्षा रणनीतियां तैयार करने एवं असैन्य एवं सैन्य एजेंसियों के बीच समन्वय के लिए नये कार्यकारी समूह तैयार किये हैं।

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इस साल मार्च में यूरोपीय आयोग ने एक अद्यतन महत्वाकांक्षी समुद्री सुरक्षा रणनीति के तहत एक कार्ययोजना प्रकाशित की।

उत्तर सागर इतना महत्वपूर्ण क्यों है:

उत्तर सागर की गैस एवं तेल आपूर्ति पूरे यूरोपीय ऊर्जा बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है। हरित ऊर्जा के उत्पादन पर जोर देना बढ़ने से रणनीतिक महत्व कहीं अधिक बढ़ गया है। इस क्षेत्र में 40 से अधिक पवन चक्की क्षेत्र हैं।

स्थिति शीघ्र दुरूस्त करने की जरूरत:

रणनीतिक क्षमताओं को विकसित करने के लिए सुरक्षा नीति और उद्योग के साथ मिल कर काम करने की जरूरत है। यह सार्वजनिक-निजी साझेदारी हो सकती है। (क्रिश्चियन ब्यूगर, प्रोफेसर ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस, यूनिवर्सिटी ऑफ कोपनहेगन)










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