महाराष्ट्र में दास्ताने बनाने वाली फैक्ट्री में आग लगने से छह श्रमिकों की मौत

डीएन ब्यूरो

महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले में रविवार तड़के दास्ताने बनाने वाली एक फैक्ट्री में आग लगने से कम से कम छह श्रमिकों की मौत हो गयी । पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

महाराष्ट्र में दास्ताने बनाने वाली फैक्ट्री में आग
महाराष्ट्र में दास्ताने बनाने वाली फैक्ट्री में आग


छत्रपति संभाजीनगर:  महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले में रविवार तड़के दास्ताने बनाने वाली एक फैक्ट्री में आग लगने से कम से कम छह श्रमिकों की मौत हो गयी । पुलिस के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मारे गए छह लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये बतौर मुआवजा देने की घोषणा की।

पुलिस ने बताया कि वालुज औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक इकाई में देर रात करीब एक बजे आग लग गई। उन्होंने बताया कि घटना के वक्त 13 कर्मचारी परिसर में सो रहे थे।

अधिकारी ने कहा, उनमें से छह की मौत हो गई, जबकि सात अन्य कारखाने के टिन की छत तोड़कर बाहर निकलने में कामयाब रहे।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पुलिस आयुक्त मनोज लोहिया ने कहा, ‘‘वालुज एमआईडीसी में सूती और चमड़े के दस्ताने बनाने वाली फैक्ट्री में आग लग गयी। पुलिस नियंत्रण कक्ष को घटना के बारे में देर रात 1.15 बजे जानकारी मिली ।’’

उन्होंने बताया कि सूचना मिलने के बाद दमकल विभाग का दल मौके पर पहुंचा और तड़के करीब साढ़े तीन बजे तक आग पर काबू पा लिया।

उन्होंने कहा, ‘‘परिसर के अंदर 13 लोग फंसे हुए थे। उनमें से सात बाहर निकलने में सफल रहे, जबकि छह अन्य की मौत हो गई।’’

उन्होंने कहा कि घटना की प्रारंभिक जांच जारी है।

उन्होंने बताया कि जीवित बचे कुछ श्रमिकों को चोटें आई हैं और उनकी चिकित्सकीय जांच की जा रही है।

सुबह आग प्रभावित इकाई का दौरा करने वाले जिला के प्रभारी मंत्री संदीपन भुमारे ने संवाददाताओं से कहा कि कर्मचारी कारखाने के ऊपर की मंजिल पर रहते थे।

उन्होंने कहा, ‘‘यह भूखंड औद्योगिक उपयोग के लिए था, न कि आवासीय उद्देश्य के लिए, लेकिन दुर्भाग्य से, श्रमिक वहां रह रहे थे। जांच के लिए इलेक्ट्रीशियन को बुलाया गया है और आग लगने के कारणों का पता लगाया जाएगा।’’

फैक्ट्री से बाहर निकलने में कामयाब रहे श्रमिक अली अकबर ने कहा, ‘‘काम खत्म हो गया था और हम सभी सो गए थे। लेकिन कुछ देर बाद हमें गर्मी महसूस हुई। हम उठे और देखा तो आग लगी हुई थी । हम छत पर गए और एक पेड़ के सहारे नीचे उतर आए।’’

सरकारी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि मरने वाले छह लोगों की अब तक शिनाख्त नहीं हो सकी है ।

मुख्यमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा गया है कि शिंदे ने अधिकारियों को प्रत्येक मृतक के परिजन को पांच लाख रुपये देने और घायलों के चिकित्सा खर्च को वहन करने का निर्देश जारी किया है।

बयान में कहा गया है कि उन्होंने लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया।










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