Road Accident: महाराष्ट्र में भीषण सड़क हादसा, आग का गोला बनी यात्रियों से भरी बस, 25 लोगों की मौत

डीएन ब्यूरो

महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में नागपुर-मुंबई समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर एक बस के डिवाइडर से टकराकर पलट जाने के बाद उसमें आग लगने से 25 यात्रियों की झुलसकर मौत हो गई। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

हादसे में क्षतिग्रस्त बस
हादसे में क्षतिग्रस्त बस


नागपुर: महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में नागपुर-मुंबई समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर एक बस के डिवाइडर से टकराकर पलट जाने के बाद उसमें आग लगने से 25 यात्रियों की झुलसकर मौत हो गई। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, हादसे में बस चालक और खलासी समेत आठ लोग बच गए। चालक के खिलाफ लापरवाही से गाड़ी चलाने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक प्रारंभिक जांच से ऐसा प्रतीत होता है कि चालक को झपकी आ गई और उसने वाहन से नियंत्रण खो दिया।

अधिकारियों के मुताबिक मृतकों में 11 पुरुष और 14 महिला यात्री शामिल हैं। मृतकों में से 10 वर्धा से, सात पुणे से, चार नागपुर से और दो-दो यवतमाल और वाशिम से थे।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ‘विदर्भ ट्रैवल्स’ एक निजी बस नागपुर से पुणे जा रही थी, तभी रास्ते में बुलढाणा जिले के सिंदखेडराजा के पास पिंपलखुटा गांव में यह हादसा हुआ।

अमरावती क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) द्वारा तैयार की गई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि दुर्घटना में जीवित बचे यात्री द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के अनुसार, बस दाहिनी ओर एक स्टील के खंभे से टकरा गई, जिससे चालक नियंत्रण खो बैठा। इसके बाद बस डिवाइडर से टकरा गई।

आरटीओ की रिपोर्ट के मुताबिक एक यात्री ने बताया कि बस पहले सड़क के दाहिने तरफ लोहे के एक खंभे से टकरायी और चालक उस पर नियंत्रण खो बैठा, फिर वह डिवाइडर से टकरा गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि डिवाइडर से अगले टायर के टकराने का असर इतना अधिक था कि आगे का धुरा (एक्सल) बस से निकल गया।

रिपोर्ट में कहा गया कि अगला धुरा हट जाने के कारण बस कुछ दूर तक घसीटती गयी एवं बायीं तरफ से पलट गयी और इसके फलस्वरूप आग लग गयी।

चूंकि अधिकतर शव जल गए हैं, इसलिए अधिकारियों ने उन्हें उनके रिश्तेदारों को सौंपने से पहले पहचान सुनिश्चित करने के लिए डीएनए जांच कराने का निर्णय लिया है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और अन्य नेताओं ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है।

बुलढाणा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सुनील कडासने ने बताया कि पूछताछ के बाद चालक के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बस शुक्रवार शाम चार बजे नागपुर से पुणे के लिए निकली थी। यात्रियों के रात्रिभोजन के लिए बस यवतमाल जिले के कारंजा में रुकी थी।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसके बाद बस ने 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे की औसत गति से लगभग ढाई घंटे में करीब 150 किलोमीटर की यात्रा की।

उन्होंने कहा कि वाहन की गति मुद्दा नहीं हो सकती है और प्रथमदृष्टया यह ‘‘मानवीय चूक’’ का परिणाम लगता है। उन्होंने कहा, ‘‘चालक को शायद झपकी आ गई होगी। बस दाहिनी ओर गई और पहले ‘क्रैश बैरियर’ और फिर डिवाइडर से टकरा गई।’’

एक स्थानीय निवासी ने कहा कि जीवित बचे लोगों ने उसे बताया कि उन्होंने राजमार्ग पर गुजर रहे अन्य वाहनों के यात्रियों से मदद मांगी, लेकिन कोई नहीं रुका।

अधिकारियों ने बताया कि चालक ने दावा किया कि टायर फट गया था। हालांकि अमरावती के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि दुर्घटना का कारण टायर फटना नहीं हो सकता क्योंकि घटनास्थल पर रबर के टुकड़े या टायर के निशान नहीं मिले हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल दिसंबर में नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग के 520 किलोमीटर लंबे पहले चरण का उद्घाटन किया था। मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दोपहर में दुर्घटनास्थल का दौरा किया।

शिंदे ने दुर्घटना को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ बताया और एक्सप्रेस-वे पर चालकों को वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की आवश्यकता पर बल दिया। दुर्घटनास्थल पर पत्रकारों से उन्होंने कहा कि नागपुर-मुंबई समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उपाय किए जाएंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर अब तक ज्यादातर हादसे मानवीय गलतियों के कारण हुए हैं। हालांकि, सरकार ने इस दुर्घटना को गंभीरता से लिया है और यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाएंगे कि दुर्घटनाएं ना हों।’’

पढ़ाई के लिए अपने बेटे को नागपुर छोड़कर पुणे लौट रहे 52 वर्षीय शिक्षक की पत्नी और बेटी समेत हादसे में मौत हो गई।

शिक्षक के एक रिश्तेदार ने कहा कि बस के दुर्घटनाग्रस्त होने और उसमें आग लगने की घटना में मरने वाले 25 लोगों में ये तीन लोग भी शामिल हैं। विधि पाठ्यक्रम में दाखिला लेने वाले बेटे आदित्य को नागपुर छोड़ने के बाद एक स्कूल में अंग्रेजी के शिक्षक कैलाश गंगावणे पत्नी कंचन और बेटी ऋतुजा के साथ यहां अंबेगांव तहसील स्थित अपने पैतृक गांव निर्गुडसर लौट रहे थे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुलढाणा में हुई भीषण बस दुर्घटना पर दुख जताया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

राष्ट्रपति मुर्मू ने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र के बुलढाणा में हुई भीषण दुर्घटना बेहद परेशान करने वाली है, जिसमें बच्चों और महिलाओं सहित कई अनमोल जिंदगियां खत्म हो गईं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। ईश्वर उन्हें इस दुख को सहन करने की शक्ति दे। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र के बुलढाणा में हुई भीषण बस दुर्घटना की खबर सुनकर दुखी हूं। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है।’’

शाह ने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में हुआ सड़क हादसा हृदय विदारक है। दु:ख की इस घड़ी में, मेरी संवेदनाएं इस भीषण हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के साथ हैं। प्रशासन द्वारा घायलों को त्वरित उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। मैं ईश्वर से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’’

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट करके कहा कि हादसे में यात्रियों की मौत बेहद ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद’’ है।

फडणवीस ने कहा, ‘‘बुलढाणा के पुलिस अधीक्षक द्वारा दी गई प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, विदर्भ ट्रैवल्स की बस एक खंभे से टकरा गई और इसका डीजल टैंक फट गया, जिससे उसमें आग लग गई।’’

उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाएं रोकने के लिए एक ‘स्मार्ट सिस्टम’ स्थापित किया जा रहा है।

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बस हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति शोक व्यक्त किया और राज्य की एकनाथ शिंदे सरकार पर समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया।

ठाकरे ने एक बयान में कहा कि बुलढाणा में हुई इस दुर्घटना से सरकार की आंखें खुल जानी चाहिए क्योंकि पिछले साल जब से यह एक्सप्रेस-वे खुला है तब से 300 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने हादसे पर दुख व्यक्त किया और कहा कि सरकार को निजी वाहनों की गति सीमा पर अंकुश लगाने के लिए कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को दुर्घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।’’

कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर हुई दुर्घटना के लिए एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने एक्सप्रेस-वे के स्वतंत्र ऑडिट की भी मांग की।










संबंधित समाचार