यूपी के उन्नाव में कब्जा हटवाने पहुंची राजस्व टीम, महिला ने खुद पर केरोसीन डाल किया आत्मदाह का प्रयास, जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में हसनगंज तहसील के इटकुटी गांव के विक्रम खेड़ा इलाके में सरकारी जमीन से कब्जा हटवाने पहुंची राजस्व विभाग की टीम के सामने एक महिला ने अपनी झोपड़ी में आग लगा दी और बाद में कथित तौर पर खुद पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया।

झोपड़ी में भी लगाई आग
झोपड़ी में भी लगाई आग


उन्नाव: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में हसनगंज तहसील के इटकुटी गांव के विक्रम खेड़ा इलाके में सरकारी जमीन से कब्जा हटवाने पहुंची राजस्व विभाग की टीम के सामने एक महिला ने अपनी झोपड़ी में आग लगा दी और बाद में कथित तौर पर खुद पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया। एक प्रशासनिक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी के अनुसार, प्रशासन को लगातार मिल रही शिकायत के निस्तारण के लिए नायब तहसीलदार, कानूनगो और लेखपाल मौके पर पहुंचे तथा कब्जा धारक अजय कश्यप से प्रधान और अन्य ग्रामीणों की उपस्थिति में कब्जा हटाने की बात कही, तभी अजय की पत्नी ने अपनी झोपड़ी में आग लगा दी।

अधिकारी के मुताबिक, महिला के पति पर ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा करके वहां निर्माण कार्य करने का आरोप है।

हसनगंज के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) अंकित शुक्‍ला ने बताया कि इटकुटी गांव के मजरा विक्रम खेड़ा इलाके में बृहस्पतिवार शाम पांच बजे के लगभग सरकारी जमीन से कब्जा हटवाने पहुंची राजस्व टीम के सामने एक महिला ने अपने कब्जे वाले भाग में बनाई गई झोपड़ी में आग लगा ली।

शुक्ला के मुताबिक, मौके पर टीम के साथ मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर आग पर काबू पाया और कब्जा हटा लेने की हिदायत देकर वहां से चले गए।

उन्होंने बताया कि राजस्व टीम के जाने के बाद महिला ने एक बार फिर खुद पर मिट्टी का तेल डालकर अपने बच्‍चों के साथ आत्मदाह का प्रयास किया, लेकिन स्थानीय लोगों ने उसे रोक लिया।

शुक्‍ला के अनुसार, मजरा विक्रम खेड़ा के एक व्यक्ति ने तहसील दिवस में शिकायत की थी कि इटकुटी गांव का अजय कश्यप सरकारी जमीन पर पक्का निर्माण करा रहा है।

उन्होंने बताया कि अजय मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभार्थी है, जिसके तहत वह सरकारी जमीन पर पक्का निर्माण कर रहा था।

शुक्ला के मुताबिक, बिना जमीन के सरकारी आवास कैसे आवंटित हो गया, इसकी आख्या ब्लॉक से मांगी गई है। उन्होंने कहा कि मामले में लेखपाल की भूमिका की भी जांच की जाएगी।

महिला द्वारा बच्‍चों के साथ आत्मदाह का प्रयास किए जाने की घटना पर एसडीएम ने कहा कि राजस्व टीम के गांव में रहने के दौरान महिला ने ऐसा कुछ नहीं किया था, लेकिन बाद में पता चला कि जब टीम गांव से चली गई, तो उसने इस तरह का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने उसे रोक लिया।

गौरतलब है कि इससे पहले 13 फरवरी को कानपुर देहात जिले के रूरा थाना क्षेत्र के मडौली गांव में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान अधेड़ उम्र की एक महिला और उसकी बेटी ने कथित तौर पर अपनी झोपड़ी में खुद को आग लगा ली थी, जिससे दोनों की मौत हो गई थी।

इस घटना ने विपक्षी दलों को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला करने का एक और मौका दिया था। राज्‍य की मुख्‍य विपक्षी पार्टी सपा (समाजवादी पार्टी) समेत अन्य दल बुलडोजर को लेकर भाजपा सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं।










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