माउंट एवरेस्ट को फतह करने के बाद ज़िंदगी की जंग हार गए पर्वतारोही रवि कुमार

डीएन संवाददाता

माउंट एवरेस्ट को तो रवि कुमार ने फतह कर लिया था जिसके बाद पूरा देश जश्न मना रहा था लेकिन दो दिन बाद जो खबर सामने आयी है उससे सब हौरान हो गए है क्यों कि रवि कुमार उसी माउंट एवरेस्ट की गोद में हमेशा के लिए सो गए।

माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराते रवि
माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराते रवि


मुरादाबादः दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एवरेस्ट पर देश का तिरंगा लहराने का सपना तो रवि ने पूरा कर लिया लेकिन अफसोस अपने इस अनुभव को वो अपने परिवार वालों से भी साझा न कर पाए। 48 घंटे पहले माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फतह करने वाले रवि अब मौत की आगोश में समा चुके हैं। शनिवार को माउंट एवरेस्ट पर बहुत ही खुशी के साथ रवि ने भारत का तिरंगा फहराया था और लौटते समय खाई में गिरने की वजह से उनकी मौत हो गई।

माउंट एवरेस्ट पर रवि हाथ में गीता लिए हुए

भारतीय दूतावास ने की मौत की पुष्टी

युवा पर्वतारोही रवि कुमार माउंट एवरेस्ट पर फतेह हासिल करने के बाद से नेपाल से लापता हो गए थे। भारतीय दूतावास ने उनकी मौत की पुष्टि करते हुए प्रशासन को लेटर लिखकर जानकारी दी है। लेटर में लिखा है कि रवि 200 फीट नीचे खाईं में गिर गया जिसके कारण उसकी मौत हो गई।

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माता-पिता के साथ रवि

रवि कुमार की 16 मई को आखिरी बार अपने परिजनों से बात हुई थी इसके बाद 20 मई को रवि ने एवरेस्ट फतह कर लिया था और अपने गाइड के साथ वापस कैम्प 5 में लौट आए थे। लेकिन अगली सुबह रवि कुमार के गाइड बेहोश मिले थे और वह खुद कैम्प से लापता थे। नेपाल की एजेंसी ने रवि के परिजनों को फोन कर उनके गायब होने की सूचना दी थी।

रवि कुमार, पर्वतारोही (फाइल फोटो)

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दो बार पहले भी कर चुके थे कोशिश

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रवि इससे पहले भी दो बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने की तैयारी कर चुके थे लेकिन प्राकृतिक आपदाओं के चलते उन्होंने अपने कदम पीछे कर लिए। इस बार प्राकृतिक आपदा से तो वो बच गए लेकिन अपनी मौत के आगे उन्हें घुटने टेक दिए।










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