

अपराधियों के खिलाफ प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद के कड़े तेवर जग जाहिर हैं लेकिन उनके आदेशों को कैसे रद्दी की टोकरी में डालना है यह कोई महराजगंज जिले की पुलिस से सीखे। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव:
महराजगंज: दो दिन पहले राज्य के सख्त मिजाज, कड़क तेवरों वाले प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने एक पत्र सभी डीएम और एसपी को लिखा है कि उनके जिले के टॉप-10 अपराधियों के खिलाफ दोष सिद्ध कराने संबंधी हर एक कार्यवाही की जाय।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक पत्र में साफ निर्देश है कि जनपद के चिन्हित टॉप-10 अपराधियों के अभियोगों में अपेक्षित साक्षियों की उपस्थिति एवं गवाही तथा प्रभावी पैरवी सुनिश्चित कर इन अपराधियों का दोष सिद्ध कराना सुनिश्चित किया जाये लेकिन इस मामले महराजगंज जिले के बड़े पुलिस और प्रशासनिक अफसर बुरी तरह फेल हो गये हैं।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण घुघुली थाना क्षेत्र का जिले के एक टॉप-10 अपराधी है। एक युवा व्यापारी की हत्या के मामले में इसका ट्रायल अंतिम स्टेज पर है लेकिन इस मामले की कोई पैरवी प्रशासन नहीं कर रहा है। कुछ ही दिन में इस मामले में फैसला सुनाया जाना है। हद तो तब हो गयी जब इस टॉप-10 अपराधी ने हत्या के शिकार युवक के परिजनों को लाखों रुपये में खरीदने का प्रयास किया। जब बात नहीं बनी तो कोर्ट-कचहरी में डीलिंग की कोशिश हुई। जब मामला मीडिया में उछला तक जज को ही इस केस से हटा दिया गया और मामला जिला जज की अदालत में ट्रांसफर हो गया। यही नहीं यह टॉप-10 अपराधी गैंगेस्टर एक्ट में जमानत पर है इसकी जमानत तक पुलिस पैरवी कर खारिज नहीं करा पा रही है। और तो और जिला प्रशासन के पास गैंगेस्टर एक्ट के तहत इसकी अपराध से अर्जित की गयी संपत्ति के जब्ती की पूरी मोटी फाइल धूल खा रही है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि प्रमुख सचिव गृह के 22 नवंबर के आदेश के बाद महराजगंज जिले के प्रशासनिक और पुलिस महकमे के बड़े अफसर इस टॉप-10 अपराधी को इसकी असली जगह पहुंचा पाते हैं या नहीं?
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