राष्ट्रपति चुनाव: एनडीए के ‘राम’ Vs यूपीए की ‘मीरा’
राष्ट्रपति चुनाव के लिए अब सियासत और भी तेज हो गई है। 17 जुलाई को होने वाले चुनाव के लिए जानिए किसके पक्ष में कितना वोट है?
नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव के लिए सियासत तेज हो गई है। राष्ट्रपति पद का चुनाव 17 जुलाई को होना है। राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद और यूपीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार मीरा कुमार आमने-सामने हैं। ऐसे में दोनों उम्मीदवारों का प्रचार-प्रसार का सिलसिला लगभग खत्म हो चुका है।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए अब तक जितनी भी राजनीतिक हलचल हुई हैं और जो तस्वीरें बन रही हैं उससे एनडीए प्रत्याशी रामनाथ कोविंद का पक्ष मजबूत नजर आ रहा है।
रामनाथ कोविंद के समर्थन में पार्टियां
राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के समर्थन में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), जनता दल (जेडीयू) शिवसेना, तेलुगु देसम पार्टी (टीडीपी), बिजु जनता दल (बीजेडी), एआईएडीएमके, लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी)
मीरा कुमार के समर्थन में पार्टियां
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), समाजवादी पार्टी (सपा), राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), एनसीपी, सीपीएम पार्टियां विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार का समर्थन कर रही हैं।
रामनाथ कोविंद के पास 48 फीसदी वोट
राष्ट्रपति चुनाव में रामनाथ कोविंद के पास कुल 48 फीसदी वोट हैं। इनमें से 40 फीसदी वोट केवल बीजेपी के हैं. दूसरी तरफ एआईएडीएमके के पांच फीसदी, बीजेडी के तीन प्रतिशत, टीआरएस के दो फीसदी, जेडीयू के दो फीसदी से कम और वाईएसआरसीपी और आईएनएलडी दोनों के मिलाकर दो फीसदी वोट हैं। इन पार्टियों ने भी एनडीए प्रत्याशी को समर्थन देने का फैसला किया है। ऐसे में रामनाथ कोविंद के पक्ष में 62 फीसदी वोट हैं। वहीं कांग्रेस और उसके सहयोगियों के पास महज 34 फीसदी वोट हैं।
रामनाथ कोविंद के बारे में 10 खास बातें
1. राम नाथ कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर, 1945 में उत्तर प्रदेश के जिला कानपुर देहात, तहसील डेरापुर के एक छोटे से गांव परौंख में हुआ है
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2. 71 वर्षीय रामनाथ कोविन्द का सम्बन्ध कोरी या कोली जाति से है जो उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति के अंतर्गत आती है
3. कोविंद ने वकालत की डिग्री के बाद दिल्ली उच्च न्यायालय में वकालत प्रारम्भ की। वह 1977 से 1979 तक दिल्ली हाई कोर्ट में केंद्र सरकार के वकील रहे।
4. वर्ष 1991 में भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित हो गये, वर्ष 1994 में उत्तर प्रदेश राज्य से राज्य सभा के सांसद निर्वाचित हुए। वर्ष 2000 में पुनः उत्तरप्रदेश राज्य से राज्य सभा के लिए सांसद निर्वाचित हुए।
5. रामनाथ कोविन्द लगातार 12 साल तक राज्य सभा के सदस्य रहे।
6. कोविंद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे
7. वह भाजपा दलित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अखिल भारतीय कोली समाज के अध्यक्ष भी रहे।
8. वर्ष 1986 में दलित वर्ग के कानूनी सहायता ब्यूरो के महामंत्री भी रहे।
9. वर्तमान में कोविंद बिहार के राज्यपाल के पद पर नियुक्ति हैं।
10. कोविंद बिहार के 35वें राज्यपाल के रूप में कार्यरत हैं।
मीरा कुमार की खास बातें
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1. मीरा कुमार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेताओं में से एक हैं।
2. वह पंद्रहवीं लोकसभा में बिहार के सासाराम लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं।
3. वर्तमान में मीरा कुमार लोकसभा अध्यक्ष है। वह लोकसभा की पहली दलित महिला स्पीकर के रूप में 3 जून 2009 को निर्विरोध चुनी गयी।
4. मीरा कुमार दलित समुदाय से हैं और वे पूर्व उप प्रधानमंत्री श्री जगजीवन राम की सुपुत्री हैं।
5. मीरा कुमार 1973 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुई। वे कई देशों में नियुक्त रहीं और बेहतर प्रशासक साबित हुई।
6. राजनीति में मीरा कुमार का प्रवेश अस्सी के दशक में हुआ।
7. 1985 में वे पहली बार बिजनौर से संसद में चुन कर आई। 1990 में वे कांग्रेस पार्टी की कार्यकारिणी समिति की सदस्य और अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की महासचिव भी चुनी गई।
8. 1996 में वे दूसरी बार सांसद बनीं और तीसरी पारी उन्होंने 1998 में शुरु की।
9. 2004 में बिहार के सासाराम से लोक सभा सीट जीती।
10. 2004 में ही यूनाईटेड प्रोग्रेसिव अलायन्स सरकार में उन्हें सामाजिक न्याय मंत्रालय में मंत्री बनाया गया। मीरा कुमार इस बार पांचवीं बार संसद के लिए चुनी गई हैं।