

वकील प्रशांत भूषण ने उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा गठित एंटी-रोमियो स्क्वाड को लेकर की गई भगवान कृष्ण पर टिप्पणी के लिए माफी मांगी है।
लखनऊ: वकील प्रशांत भूषण ने उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा गठित एंटी-रोमियो स्क्वाड को लेकर की गई भगवान कृष्ण पर टिप्पणी के लिए माफी मांगी है।
भूषण ने मंगलवार को ट्वीट किया, "मैं मानता हूं कि रोमियो स्क्वाड और कृष्ण पर मेरी टिप्पणी सही नहीं थी और इससे अनजाने में कई लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। मैं इसके लिए माफी मांगता हूं और इसे डिलीट कर रहा हूं।"
भूषण ने रविवार को ट्वीट किया था, "रोमियो को केवल एक युवती से प्रेम था और कृष्ण तो छेड़छाड़ के लिए प्रसिद्ध हैं। क्या आदित्यनाथ में अपनी सतर्कता समिति के सदस्यों को एंटी-कृष्ण स्क्वाड कहने की हिम्मत है?"
भूषण की टिप्पणी के विरोध में नोएडा में उनके घर के बाहर प्रदर्शन हुआ और साथ ही प्रतापगढ़, फिरोजाबाद और हाथरस में भी विरोध प्रदर्शन हुए। पुलिस का कहना है कि उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और किसी को भी कानून को अपने हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा।
महराजगंज की सीजेएम अदालत में भूषण के खिलाफ युवा अधिवक्ता और मानवाधिकार कार्यकर्ता विनय कुमार पांडेय ने भारतीय दंड संहिता की धारा 295ए और 153 ए के तहत मामला दर्ज कराया गया है। मामले की सुनवाई 20 मई को होगी।
फिरोजाबाद में बजरंग दल के एक गुट की धमकी के बाद सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। दल ने प्रशांत के सिर पर एक लाख के इनाम की घोषणा की है। फिरोजाबाद में बजरंग दल के शहर समन्वयक आचमन उपाध्याय ने घोषणा की कि वह प्रशांत का सिर लाने वाले को एक लाख रुपए देंगे।
मथुरा के गोवर्धन में भी साधुओं ने भूषण के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है और वृंदावन में भी उनके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया गया।
हिंदू जागरण मार्च के पदाधिकारियों ने हाथरस में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की और कहा कि वे हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ ऐसी टिप्पणी बर्दाश्त नहीं करेंगे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने भूषण के खिलाफ इलाहाबाद में अभियान शुरू करने की धमकी दी है और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रतापगढ़ में भूषण का पुतला जलाया।
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