सिद्धार्थनगरः अवैध खनन के खिलाफ पुलिसिया हीलाहवाली पर उठे सवाल
मिश्रौलिया पुलिस द्धारा अवैध खनन में लिप्त दो ट्रैक्टर ट्राली सहित तीन खनन माफियाओ को पकड़ कर कई दिन से मोलभाव करने का मामला क्षे़त्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। आइए जानते हैं आखिर पूरा मामला क्या है?...
सिद्धार्थनगरः जिले के मिश्रौलिया पुलिस द्धारा अवैध खनन में लिप्त दो ट्रैक्टर ट्राली सहित तीन खनन माफियाओ को पकड़ कर कई दिन से मोलभाव करने का मामला क्षे़त्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। बताया जा रहा है कि मिश्रौलिया पुलिस ने दो दिन पूर्व रात में क्षेत्र के नवेल गांव के करीब नदी से बालू खनन करते कई ट्रैक्टर ट्रालियों को बालू के साथ पकड़ा था।
इस मामले में पुलिस ने तीन व्यक्तियों को भी हिरासत में लेते हुए एक बाइक को भी जब्त किया। लेकिन इन पर कानूनी कार्यवाही करने में अब हीला-हवाली की जा रही है। बालू लदे वाहनों और तीनों व्यक्तियों को पुलिस थाने लेकर आई। मगर अभी तक उन पर मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है, जबकि वाहन अभी भी थाने में खड़े हैं। पकड़े गए व्यक्ति कहां है इसका भी पता नहीं है।
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आरोप है कि इस मामले में पुलिस वाहनों को छोड़ने के लिए खनन माफियाओं से जोड़-तोड़ करने की जुगत में है और इसीलिए उनके खिलाफ अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है। बता दें कि जिले में बालू खनन पर शासन ने रोक लगाई हुई है, बावजूद इसके जिले में बालू खनन का धंधा धडल्ले से हो रहा है।
आरोप है कि पुलिस वालों के लिए बालू खनन कमाई का ठोस जरिया बन गया है। पुलिस छुटभैयों को पकड़ कर कभी कभार खानापूर्ती जरूर कर लेती है, मगर सच्चाई यही है कि वह मफियाओं के गठजोड़ से जबरदस्त कमाई कर रही है।
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