पीकू में दीपिका हीरोइन नहीं बल्कि हीरो थीं: कल्की कोचलीन

डीएन ब्यूरो

एक कार्यक्रम में कल्की ने कहा कि महिलाओं को हमेशा ही ‘जेंडर स्टीरियोटाइप’ किया जाता रहा है।

संजीदा अभिनय के लिए जानी जाती हैं कल्कि कोचलीन
संजीदा अभिनय के लिए जानी जाती हैं कल्कि कोचलीन


मुंबई: बॉलीवुड में अपने संजीदा अभिनय के लिए मशहूर कल्की कोचलीन का कहना है कि फिल्म 'पीकू' में दीपिका पादुकोण हीरोइन नहीं हीरो थीं। उनका किरदार इतना दमदार था कि वह इसमें हीरो थीं।

कल्की को दीपिका की फिल्म 'पीकू' बेहद पसंद है। कल्की ने कहा कि दीपिका का 'पीकू' में दमदार अभिनय था इसलिए इस फिल्म में वह हीरो थीं।

उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि महिलाओं को हमेशा ही जेंडर स्टीरियोटाइपकिया जाता रहा है। जैसे लड़की मोटरसाइकिल नहीं चला सकती। इसके कारण पुरुष भी स्टीरियोटाइप हो जाते हैं और उनसे उम्मीद की जाती है लड़का माचो होना चाहिए।

कल्की ने कहा कि लड़कियों को रोना नहीं चाहिए। अपनी स्थिति को हम बदल सकते हैं। हम धीरे धीरे बदल भी रहे हैं।










संबंधित समाचार