कानपुर: पनकी पावर हाउस प्लांट बंद करने के विरोध में कर्मचारियों का प्रदर्शन

डीएन संवाददाता

पनकी पावर हाउस प्लांट बंद होने के बाद गुरूवार को सैकड़ों की संख्या में कर्मचारियों ने सड़क पर भीख मांगकर परिवार के साथ अनोखा प्रदर्शन किया।

भीख मांग कर प्रदर्शन करते कर्मचारी
भीख मांग कर प्रदर्शन करते कर्मचारी


कानपुर: पनकी पावर हाउस प्लांट को बंद करने के बाद गुरूवार को सैकड़ों की संख्या में कर्मचारियों ने सड़क पर भीख मांगकर परिवार के साथ अनोखा प्रदर्शन किया। वहीं कर्मचारियों ने ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा की आरती भी उतारी। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक सरकार अपने इस तुगलकी फैसले को वापस नही लेगी तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।

फैसला वापस नही लिया तो दीवाली अमावस्या में हो जाएगी तब्दील

शासन द्वारा पनकी पावर प्लांट बंद हो जाने के बाद सैकड़ों कर्मचारी बेरोजगार हो गये हैं। सूबे की सरकार के तुगलकी फरमान के बाद सैकड़ों की संख्या में पॉवर हाउस कर्मचारी समेत घरेलू महिलाओं व उनके छोटे छोटे बच्चों ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया। यह प्रदर्शन उन कर्मियों का है जिनके पास परिवार को पालने के लिए इस प्लांट के अलावा दूसरा कोई और जरिया नही है। 

ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा की आरती उतारते कर्मचारी

पावर प्लांट में काम कर रहे कर्माचारियों के परिवार वालों का कहना है कि हम लोग प्रदेश सरकार व ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से अपील कर रहे है कि वे पावर हाउस बंद किये जाने का फैसला वापस लें। अगर यह फैसला वापस नही लिया जाता है तो उनके बच्चों का भविष्य चौपट हो जाएगा। वहीं हजारों लोग बेरोजगार हो जाएंगे।

उन्होंने कहा कि हम लोग भीख मांग कर रुपया इकट्ठा कर रहे है जिससे कि प्लांट के लिए ऊर्जा मंत्री कोयला खरीद सके हम दिन रात एक कर देंगे लेकिन मंत्री जी इस फैसले को वापस ले। हम लोगों ने आज ऊर्जा मंत्री की आरती उतारी है कि वो जल्द से जल्द इस फैसले को वापस ले। यह पावर हाउस प्रदेश को बहुत कुछ देने में सक्षम है। 660 मेगावाट की मंजूरी 6 माह पहले मिल चुकी है। 

 

डाइनामाइट न्यूज से बातचीत के दौरान पावर प्लांट में काम कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि अगर सरकार इस फैसले को जल्द से जल्द वापस नहीं लेती है तो हमलोगों की दीवाली अमावस्या में तब्दील हो सकती है।










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