मुठभेड़ में  ढेर गैंगस्टर अनिल दुजाना भी गुजरा था नाटकीय मोड़ से, जानिये कैसे हुई थी कोर्ट में मंगनी और बागपत की पूजा से शादी

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) द्वारा एक मुठभेड़ में ढेर किए गए गैंगस्टर अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना ने 2019 में यहां एक मामले की सुनवाई के बाद अदालत परिसर में मंगनी की थी। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर



नोएडा: उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) द्वारा एक मुठभेड़ में  ढेर किए गए गैंगस्टर अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना ने 2019 में यहां एक मामले की सुनवाई के बाद अदालत परिसर में मंगनी की थी।

पश्चिमी उत्तरी प्रदेश के सबसे वांछित अपराधियों में शामिल रहे दुजाना ने फरवरी 2019 में गौतमबुद्ध के सूरजपुर अदालत परिसर में अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (द्वितीय) की अदालत के बाहर बागपत से ताल्लुक रखने वाली पूजा से मंगनी की थी।

चार साल पुरानी वाली घटना के बारे में एक पुलिस अधिकारी ने  कहा, “ पुलिस टीम अदालत में थी और एक दम से नाटकीय मोड़ आया। दुजाना के कुछ समर्थक और सहयोगी जोड़े के लिए मालाएं लेकर अदालत पहुंचे।”

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एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि दुजाना ने फरवरी 2021 में पूजा से शादी की की थी जो उस समय 20-22 साल की थी।

एसटीएफ ने बृहस्पतिवार को हत्या के 18 मामलों में आरोपी खूंखार गैंगस्टर अनिल दुजाना को मेरठ जिले के एक गांव में मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार अपर पुलिस महानिदेशक (एसटीएफ) अमिताभ यश ने बताया, 'अनिल दुजाना एक वांछित अपराधी था, मेरठ के एक गांव में हमारी टीम ने उसे घेर लिया था। दुजाना ने बचने के लिए हमारी टीम पर गोलीबारी की और जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया।'

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दुजाना को घेरने वाली एसटीएफ टीम का नेतृत्व उत्तर प्रदेश एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश सिंह ने किया।

पुलिस ने कहा कि दुजाना के खिलाफ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों और दिल्ली में हत्या के 18 मामले समेत कुल 65 मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ पहला मामला गाजियाबाद के कविनगर थाने में 2002 में हत्या (302 भादस ) का दर्ज किया गया था। दुजाना के खिलाफ हाल में दादरी थाने में रंगदारी (386 भादंसं) का मामला इसी साल दर्ज किया गया था।










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