

भारत-नेपाल बार्डर इन दिनों मादक पदार्थों की तस्करी का सबसे बड़ा अड्डा बन गया है, आये दिन एक न एक मामला सामने आ रहा है।
बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से लगी भारत-नेपाल की सीमा सदैव से मादक पदार्थो के तस्करों के लिए वरदान साबित होती रही है। तस्कर भारत-नेपाल के खुले इलाकों से तस्करी को अंजाम दे रहे हैं।
बार्डर पर सशस्त्र सीमा बल (SSB) के जवानों की तैनाती भी है परन्तु पलक झपकते ही तस्कर अपने मंसूबो को साकार कर दे रहे हैं। अगैय्या स्थित एसएसबी बटालियन का चार्ज कमांडेन्ट गजराज सिंह के संभालने के बाद मादक पदार्थों के तस्करों पर शिकंजा कसा है।
मंगलवार को रुपईडीहा बार्डर पर तैनात 42 वाहिनी एसएसबी के जवानों ने नेपाल के रास्ते भारतीय क्षेत्र में चरस की खेप के साथ एक युवक को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है।
कमांडेंट सिंह ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई थी कि नेपालगंज निवासी एक भारतीय युवक चरस ले कर सीमा पार आने वाला है इसकी सूचना मैने रूपईडीहा बीअोपी पर तैनात सहायक सेनानायक अजय यादव को दी।
सीमा पार आते ही जवानों ने उसे पकड लिया। तलाशी के दौरान उसके कमर में बंधी चार किलो चरस बरामद की गयी। जिसकी कीमत करीब 60 लाख रूपये है। चरस के साथ पकडे़ गये युवक की पहचान दिनेश यादव पुत्र मंसी लाल यादव निवासी नेपालगंज नेपाल के रुप में हुई है।
बरामद चरस व युवक को नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो के सुपुर्द कर दिया गया है।
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