ओडिशा में बोरवेल में फंसी नवजात को बाहर निकाला गया
ओडिशा के संबलपुर में बेकार पड़े एक बोरवेल में फंसी नवजात बच्ची को पांच घंटे के बचाव अभियान के बाद मंगलवार रात बाहर निकाल लिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
भुवनेश्वर/संबलपुर: ओडिशा के संबलपुर में बेकार पड़े एक बोरवेल में फंसी नवजात बच्ची को पांच घंटे के बचाव अभियान के बाद मंगलवार रात बाहर निकाल लिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
बच्ची को एंबुलेंस से संबलपुर के एक अस्पताल में ले जाया गया। रंगाली के लारीपाली गांव में इस एंबुलेंस को घटनास्थल पर तैयार रखा गया था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक पुलिस के अनुसार, बोरवेल में फंसी नवजात बच्ची को लेकर किसी ने दावा नहीं किया है।
इसने बताया कि रंगाली क्षेत्र के लारीपाली गांव में यह बोरवेल करीब 15-20 फुट गहरा है।
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पुलिस ने कहा कि बच्ची के रोने की आवाज सुनकर स्थानीय लोगों को उसके अंदर फंसे होने का पता चला।
पुलिस ने कहा कि यह पता नहीं चल पाया कि नवजात इस बोरवेल के अंदर कैसे फंस गई। स्थानीय लोगों ने आशंका जताई है कि किसी ने उसे इसमें फेंका होगा।
वहीं, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नवजात के बचाए जाने पर खुशी जताई और उसकी लंबी उम्र की कामना की।
घटनास्थल पर मौजूद रहे संबलपुर के पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार भामू ने कहा, ‘‘बचाव अभियान शाम चार बजे शुरू हुआ और यह रात लगभग 9:30 बजे पूरा हुआ। सबसे पहले संबलपुर अग्निशमन सेवा कर्मियों ने बचाव अभियान की शुरुआत की और फिर ओडिशा आपदा राहत बल और अन्य एजेंसियां इसमें शामिल हुईं।’’
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उन्होंने कहा कि बच्ची को जीवित बाहर लाया गया, जो किसी चमत्कार से कम नहीं है।
बचाव दल का हिस्सा रहे डॉक्टर शुभम सिंघा ने कहा, ‘‘बोरवेल में ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही थी। बच्ची ने कुछ समय के लिए रोना बंद कर दिया था। रोशनी के लिए और साथ ही बच्चे तक गर्माहट पहुंचाने के लिए 100 वॉट का बिजली का बल्ब बोरवेल में डालने के बाद उसके रोने की आवाज फिर से सुनाई दी।’’